साहित्यकार प्रो. शुभ कुमार वर्णवाल भूटान में आमंत्रित
शुभ कुमार
मधुबनी
साहित्य का जीवन में सर्वोपरि स्थान है। साहित्य मानव के अवगुणों को दूर करता है। साहित्य के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। साहित्य समागम में भाग लेना सौभाग्य की बात है। ज्ञात हो कि पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी, शिलांग द्वारा आयोजित दि: 5. 6. 2024 से 10.6. 2024 तक 6 दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय लेखक मिलन शिविर, थिंफू (भूटान) में जिले के प्रख्यात कवि- अवकाशप्राप्त प्राचार्य, कालिदास विद्यापति साइंस काॅलेज उच्चैठ, बेनीपट्टी प्रो. शुभ कुमार वर्णवाल आमंत्रित किये गये हैं। धातव्य हो कि इससे पूर्व भी प्रो. वर्णवाल इंडोनेशिया में श्रीराम काव्य पाठ में आमंत्रित और सम्मानित हो चुके हैं। इनके देश-विदेश में सम्मानित होने पर समाज और साहित्य जगत गौरवान्वित है। भूटान में आयोजित इस लेखन मिलन शिविर में इन्हें ‘अंतरराष्ट्रीय मानस हिन्दी सेवी सम्मान’ से विभूषित किया जायगा। इनके इस सम्मान हेतु साहित्यकार-बुद्धिजीवियों में हर्ष व्यक्त करने वालों में स्वचालित कविगोष्ठी के संयोजक भाषाविद्, राष्ट्रीय चिंतक, प्रो० जे. पी. सिंह, सह संयोजक उदय जायसवाल, प्रो० नरेन्द्र नारायण सिंह निराला, रामेश्वर निशांत, ज्योति रमण झा ‘बाबा’, सुभेश चन्द्र झा, डॉ. श्रीपति सिंह, प्रो. बिभा कुमारी, प्रो० इश्तियाक अहमद, विनयानंद झा, भोलानंद झा, डॉ. वीरेन्द्र झा, रेवती रमण झा, गोपाल झा अभिषेक, डॉ. रानी झा, डॉ. चन्दना दत्त, डाॅ. तृप्ति कुमारी, डाॅ. संगीता वर्णवाल, सुभाष चंद्र झा सिनेही, आनन्द मोहन झा, दयाशंकर मिथिलांचली, डाॅ. वंशीधर मिश्र, डॉ० विनय विश्वबंधु, अधिवक्ता ऋषि देव सिंह, सुखदेव राउत, डॉ० बिजय शंकर पासवान, दयानंद झा, अरविंद प्रसाद, झौली पासवान, प्रीतम कुमार निषाद, अजित आजाद, दिलीप कुमार झा, राजेश पांडेय, राणा ब्रजेश, प्रभाष कुमार पाठक, डॉ० संजीव शमा, डाॅ० अनिल ठाकुर, गौरी शंकर साह, डाॅ. राम दयाल यादव आदि हैं।