मधुबनी लोकसभा सीट से राजद के प्रत्याशी बने अली अशरफ फातमी
अली अशरफ फातमी
मधुबनी
मोहन झा
महागठबंधन के राष्ट्रीय जनता दल ने मधुबनी लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी का नाम घोषणा कर दिया है। रविवार को राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मधुबनी सीट के लिए पूर्व सांसद अली अशरफ आदमी को अपना उम्मीदवार घोषित किए हैं।जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने बीते मंगलवार (19 मार्च) को जनता दल यूनाइटेड के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। दूसरे दिन ही फातमी लालू प्रसाद यादव की पार्टी का दामन थाम थे।अली अशरफ फातमी पहले आरजेडी में थे और वह फिर आरजेडी में ही चले आए । फातमी का पूरा नाम मोहम्मद अली अशरफ फातमी है। 2004 से 2009 तक यूपीए की सरकार में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राज्य मंत्री रहे थे। फातमी शुरू दौर से लालू प्रसाद यादव के साथ रहे थे। दरभंगा लोकसभा सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं। 13 साल तक वो सांसद रहे हैं। अली अशरफ फातमी शुरू दौर से लालू प्रसाद यादव के साथ रहे थे। जनता दल के टिकट पर पहली बार 1991 में दरभंगा लोकसभा सीट से चुनाव जीते थे। 1996 और 1998 में भी दरभंगा से चुनाव जीते। लेकिन 1999 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था और बीजेपी के कीर्ति आजाद चुनाव जीत गए थे। 2004 में अली अशरफ फातमी की फिर वापसी हुई और चुनाव जीत कर यूपीए सरकार में राज्य मंत्री बने थे।. इसके बाद 2009 से लगातार दरभंगा लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है। 2019 में गोपाल ठाकुर बीजेपी से चुनाव जीत कर सांसद बने । राष्ट्रीय जनता दल ने मधुबनी लोकसभा सीट पर पहली बार अली अशरफ आदमी को टिकट देकर मैदान में उतारा है। 2009 में राष्ट्रीय जनता दल ने प्रदेश के पूर्व मंत्री राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी को टिकट देकर चुनाव लड़े थे लेकिन उनका हर का सामना करना पड़ा। अली अशरफ आदमी को मधुबनी सीट मिलने से राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। ज्ञात होग मधुबनी लोकसभा सीट पर 1972 से लेकर 2019 तक कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, और भाजपा के नेता ही जीत हासिल की है। मधुबनी सीट पर ब्राह्मण का वर्चस्व है, लेकिन दूसरे नंबर पर मुस्लिम और यादव की बहुलता है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के भोगेंद्र झा, पांच बार सांसद बने, इसी पार्टी से चतुरानंद मिश्रा एक बार सांसद बने। मुस्लिम में सफीउल्लाह अंसारी, अब्दुल हन्नान अंसारी, एक – एक बार सांसद बने। डॉ शकील अहमद दो बार सांसद बने। यादव में भाजपा से हुकुमदेव नरायण यादव चार बार सांसद बने। हुकुमदेव नारायण यादव के पुत्र अशोक कुमार यादव 2019 में मधुबनी से सांसद बने हुए हैं।