कमला तटबंध के किनारे बसे भूमिहीनों को उजाड़ने से पहले बसाने की गारंटी करें सरकार

धरना पर बैठे
जयनगर
बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन और प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जयनगर अनुमंडल कार्यालय पर कमला तटबंध के किनारे बसे भूमिहीनों को उजाड़ने के खिलाफ सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया गया। धरना को बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के राज्य सचिव किरणेश कुमार, जिला सचिव रामचंद्र पासवान, जिला उपाध्यक्ष यमुना पासवान, बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव शशिभूषण प्रसाद, प्रखंड सचिव उमाशंकर प्रसाद, शंकर यादव,महेंद्र साह, रामसुब्रन यादव, इंदु देवी आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के प्रखण्ड अध्यक्ष वकील बैठा ने की। वक्ताओं ने कहा कि कमला तटबंध के दोनों किनारे बसे गरीबों को उजाड़ने के पहले सरकार बसाने की गारंटी करें।उसके बाद ही गरीबों को उजड़ा जाये।आजादी के बाद संविधान के अनुसार भारत एक लोक कल्याणकारी राज्य बना, जन संघर्षों के दबाब से देश में निजी संस्थानो का बड़े पैमाने पर लोकहित में राष्ट्रीयकरण के साथ सार्वजनिक क्षेत्र में उद्योग धंधे एवं कल कारखानों का विकास भी हुआ, विगत एक दशक से केंद्र की भाजपा सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थाओं को अपने मित्र पूंजी पतियों के हाथों सस्ते दामों में बेचकर, देश को निजीकरण में धकेल रही है, एक साजिश के तहत शिक्षा ,स्वास्थ्य एवं रोजगार जैसी मूल भूत आवश्यक आवश्यकताओं को निजी हाथों में सौंप कर आमलोगों से दूर कर रहा है, मंहगाई आसमान छू रही है,लोकतंत्र को धर्मतंत्र में बदला जा रहा है,महंगाई, वेरोजगारी, महंगी होती शिक्षा आदि से आम लोगों का ध्यान भटकाने हेतु देश का नेता जनकल्याण के कामों के बदले एक तरफ पुजारी बनने की होड़ में सामिल है। वहीं दूसरी तरफ देश में लोकतांत्रिक तरीके से बनी सरकारों को खरीद फरोक्खत, ईडी, सीबीआइ आदि का भय दिखाकर अपने पक्ष में पलटने का अनैतिक कार्य कर लोकतंत्र को शर्मसार कर रही है, ऐसी परिस्थिति में खेत मजदूरों एवम आम गरीबों के सवालों को लेकर धरना दिया।