December 23, 2024

पारंपरिक खेती ,व प्राकृतिक खेती करें किसान,लागत काम और उत्पादन अधिक होगी :- राज्यपाल

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फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन करते राज्यपाल,
 कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर करते राज्यपाल
कार्यक्रम में प्रस्तुत करते गणेश वंदना
 कार्यक्रम में उपस्थित डीएम एसपी 
मधुबनी
मोहन झां
किसान की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए केंद्र सरकार वर्तमान समय में कई महत्वपूर्ण काम कर रही हैं, किसान पारंपरिक खेती और प्राकृतिक खेती करें तो लागत कम लगेगी और उपज भी किसानों को अधिक होगा। उक्त बातें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अरलेकर शुक्रवार को कृषि विज्ञान केंद्र चानपुरा में,तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, अमृत महोत्सव को  उद्घाटन के बाद उपस्थित किसनो, वैज्ञानिकों और देश, विदेश से आए कृषि प्रतिनिधियों को संबोधन में कह रहे थे।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ  अरलेकर ने कहां की केंद्र सरकार के प्रयास से वर्तमान समय में कृषि क्षेत्र में काफी परिवर्तन हो रहा है। राजपाल ने कहा कि देश के आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ हा करने में किसान  महत्वपूर्ण है। किसान देश की रीड है। कई वर्षों से किसान अपेक्षित रहा है किसान देश के डीढ हैं पिछले कई सालों से सत्ता में रहे लोग ने किसानों के हित में कोई विशेष काम नहीं किया। लेकिन वर्तमान समय में किसानों के लिए प्रयास हो रहा है। राजपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि किसान की आय दुगनी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसानों को एक देसी गाय होनी चाहिए जिसका मूत्र गोबर के खाद की व्यवस्था होती है और वह खाद खेतों में डालने से उत्पादन बढ़ेगा जो हमारे प्राकृतिक किसानों ने पूर्वजों ने जिस तरह खेती की उसी तरह किसानों को खेती करना चाहिए। वर्तमान समय में जितने भी खाद दिए जाते हैं उसे खेतों का हालत जर्जर होता है लागत अधिक लगती है और उपज भी काम होता है। इसीलिए पारंपरिक प्राकृतिक खेती करना चाहिए।उन्होंने मिथिला के किसानों को सलाह देते हुए कहा कि पारंपरिक खेती प्राकृतिक खेती करने से किसानों को अधिक लाभ मिलता है उन्होंने कहा कि लागत 27 प्रतिशत कम लगता है और 58 प्रतिशत अधिक लाभ होता हैं। उन्होंने कहा कि या मैं नहीं कहता हूं देश के वैज्ञानिकों और जो कृषि पर रिसर्च करते हैं उनके द्वाराकहा जा रहा है।
राज्यपाल अरलेकर ने मिथिला की धरती को नमन करते हुए कहा कि यह विद्वानों की धरती है माता सीता की जनक की नगरी है, प्रभु राम पिछले दिनों अयोध्या में अपने आवास पर विराजमान हुए हैं इससे मिथिला वासियों में भी काफी खुशी होगी। एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के बसैठ-चानपुरा में कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में तीन दिवसीय कृषि शिक्षा स्वास्थ्य अमृत महोत्सव सह मेगा एग्री एक्सपो कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के वाद आयोजक शिक्षाविद डा. संत कुमार चौधरी ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र 30 वां, शंकर नेत्रालय 27 वां व वेदमती भवनाथ चौधरी कॉलेज ऑफ एजुकेशन 9 वर्ष गाठ मना रहा है। कार्यक्रम के संबंध में उपस्थित लोगों को विस्तार से जानकारी दिए।
कार्यक्रम में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार चौधरी एवं संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर लक्ष्मी निवास पांडे उपस्थित थे।  विभिन्न देशों के राजदूत एवं वैज्ञानिक भी शिरकत किए । रसिया के ट्रेड कमिश्नर प्रो. ग्रीवा सहित कई दिग्गज व विभिन्न देशों के प्रतिनिधि एवं कई विश्वविद्यालय के कुलपति सहित अन्य अतिथि शामिल हुआ । कार्यक्रम में पूर्व सांसद हुकुमदेव नारायण यादव के अलावे  कई लोगों ने संबोधित किया। जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार बेनीपट्टी अनुमंडल पदाधिकारी मनीषा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नेहा कुमारी थाना अध्यक्ष गौतम कुमार के अलावा जिले के कई बरिय पदाधिकारी उपस्थित थे। राजपाल को गाड ऑफ ऑनर दिया गया। जिला प्रशासन की ओर से कारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। राज्यपाल सड़क मार्ग से ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से की गई।

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