आजादी प्राप्ति के समय देश में गरीबी थी और शिक्षा का अभाव था:-प्राचार्य मीणा प्रसाद
कार्यक्रम में संबोधन करती प प्राचार्य मीना प्रसाद
मधुबनी
स्थानीय जे एम डी पी एल महिला महाविद्यालय में 75 वा गणतंत्र दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया।ध्वजारोहण महाविद्यालय परिसर में प्रातः दस बजे आयोजित किया गया।ध्वजारोहण प्रधानाचार्य डॉ मीना प्रसाद ने किया। प्रधानाचार्य डॉ मीना प्रसाद ने राष्ट्र ध्वज को सलामी दी। डॉ पूनम अग्रवाल,देवनाथ यादव,राष्ट्रीय सेवा योजना की सेविकाओं तथा उपस्थित जन समूह ने राष्ट्र गान गया।उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य मीना प्रसाद ने कहा कि आजादी प्राप्ति के समय देश में गरीबी थी और शिक्षा का अभाव था।
सात दशकों के मेहनत के बाद आज हम सभी क्षेत्रों में विकास किए हैं।विज्ञान के क्षेत्र में चांद पर पहुंचे हैं।आज हम विकसित देशों में अपना स्थान बनाने में सफल हुए हैं तथा परमाणु संपन्न देश हैं।आज हमारा देश विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था है। कोविड महामारी के समय पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था बदहाली के कगार पर थी।अपने मेहनत से देश मंदी से बाहर आ गया है।हमें अपनी विकासधारा को बढ़ाने में कई महापुरुषों का योगदान मिला है।हमें अपने कर्तव्य का बोध करना होगा तथा राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान देना होगा।हमे शिक्षा का दीप जलाना होगा। असमानता और भ्रष्टाचार मुक्त समाज के लिए लड़ना होगा।हमें भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प लेना होगा। आज समाज के दलित,शोषित,पिछड़े और महिलाओं के कल्याण के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चल रही है।
डॉ मीना प्रसाद ने उपस्थित समूह को देश को समृद्ध और शक्तिशाली बनाने के लिए अपना योगदान देना का आह्वान किया।प्रधानाचार्य ने सबों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।समारोह जय हिंद,भारत माता की जय,और वन्दे मातरम के नारों से गूंजता रहा।समारोह में डॉ किरण कुमारी झा, डॉ निवेदिता कुमारी, डॉ अर्चना कुमारी, डॉ रजनी बैरोलिया,प्रोफेसर रेखा कुमारी, डॉ साध्वी कुमारी, , डॉ अरिन्दम कुमार, डॉ निभा झा, डॉ आशा प्रधान, डॉ समरेंद्र मिश्र , डॉ हेम कुमार झा, डॉ भारत भूषण राय, डॉ विनय कुमार दास, डॉ अमर कुमार, ,अरुण कुमार कर्ण,श्याम महासेठ,उत्कर्ष कुमार,अमित कुमार, रामचंद्र सिन्हा,मोहन ठाकुर,अशोक कुमार झा,चंद्रमणि,उषा कुमारी,शोभा गाड़ा,पूनम सिन्हा,पंकज कुमार के साथ सैकड़ों छात्राएं उपस्थित थी।