जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर मरराता खतरा, कुर्सी बचाने में लगे पूर्व विधायक और एमएलसी
जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव
मधुबनी
मोहन झा
मधुबनी जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी पर खतरों का बादल छाया हुआ है। जिसको बचाने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव, झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव एवं एमएलसी अंबिका गुलाब यादव अपनी पूरी ताकत लगा दी है। ज्ञात हो की झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव, गुलाब यादव की पत्नी एमएलसी अंबिका गुलाब यादव की पुत्री है जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव। जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव पर जिला परिषद के 20 सदस्यों ने अविश्वास लगाया है, जिसका बैठक जिला अधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने 15 जनवरी को होना तय किए हुए हैं। मधुबनी जिला परिषद में 56 सदस्यों का जिला परिषद है। जिसमें कुर्सी बचाने के लिए 29 मत की आवश्यकता होती है। वर्तमान समय में जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी से बिंदु गुलाब यादव को हटाने के लिए विपक्षी ग्रुप पूरी ताकत लगा दी है। जिससे लगता है की बिंदु गुलाब यादव कुर्सी बचाने में नाकाम साबित होगी। लेकिन चांदी की चमक और सोने की बढ़ती कीमत, कुर्सी बचाने में काफी सहायक सिद्ध हो सकती है। चुकी जिला परिषद अध्यक्ष को हटाकर कौन बनेगा जिला परिषद का अध्यक्ष इसकी चेहरा सामने अभी तक प्रकाश में नहीं आया है। जिससे लगता है की धनबल की खेल हावी होना माना जा रहा है। जिसमें सभी स्तर से बिंदु गुलाब यादव सक्षम है। कुर्सी के साथ-साथ अपने पारिवारिक प्रतिष्ठा और माता-पिता की मान सम्मान को बचाने के लिए बिंदु गुलाब यादव अंतिम दम तक संघर्ष करती रहेगी । जिससे कुर्सी बचाया जा सके। जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी बचे या हटे इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान विधायकों का टीम काम कर रही है। वहीं राजनीतिक स्तर पर देखा जाए तो महा गठबंधन यानी इंडिया गठबंधन की टीम की स्पष्ट नियत साफ दिखाई नहीं दे रहा है । वही एनडीए के समर्थक विधायकों में भी अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों की चयन यह चयन करने में असमर्थ साबित हो रहे हैं। जिससे लगता है कि एक बार फिर झंझारपुर के पूर्व विधायक और राजनीति के दिग्गज दिमाग वाले गुलाब यादव अपनी पुत्री के जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी बचाने में सक्षम हो सकते हैं ,क्योंकि गुलाब यादव में इतनी ताकत और समझ शक्ति है कि वह राजनीति की हर खेल को परखते हुए अपना सफलता हासिल कर सकते हैं। लेकिन जिस तरह जिला परिषद सदस्यों ने अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव पर मनमानी करने और सदस्यों को सम्मान नहीं करने की आरोप लगाते हुए विश्वास लगाया है ,अगर एक जुट बना रहा तो खेल बिगड़ भी सकता है और कुर्सी से अध्यक्ष को हटाना पड़ सकता है। विपक्षी जिला परिषद सदस्यों ने बताया कि इस बार एक ही मनसा लेकर हम लोग काम कर रहे हैं कि पहले अध्यक्ष को कुर्सी से हटाकर आने वाले समय में एक स्वस्थ उम्मीदवार को लाकर जिला परिषद अध्यक्ष बनाएंगे। लेकिन वर्तमान समय में कहा जाता है की सबसे बड़ा धन है और धन के सामने अच्छे-अच्छे लोगों की नियत गिर जाती है कहीं ऐसा तो नहीं होगा की नियत गिरने के कारण बिंदु गुलाब यादव की कुर्सी बरकरार रहेगी। देखना है कि आखिर 15 जनवरी को क्या होता है।