जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पर लगा अविश्वास प्रस्ताव, राजनीतिक सरगर्मी तेज
बैठक करते जिला परिषद सदस्य गण
मधुबनी
मधुबनी जिला परिषद में राजनीतिक सरगर्मी काफी तेज हो गई है। पिछले 6 माह से चली आ रही जिला परिषद कार्यालय में विरोध की गतिविधि अब प्रकाश में आ गई है। जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव एवं उपाध्यक्ष संजय कुमार यादव के खिलाफ 20 जिला परिषद सदस्यों ने जिला अधिकारी एवं उप विकास आयुक्त मधुबनी तथा जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव को आवेदन देकर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। जिसमें बताया गया है कि जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अपने कार्य क्षमता में मनमानी करते हैं एवं सरकार के द्वारा निर्धारित नियमों के विपरीत कार्य करते हैं। जिस उद्देश्य से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनाया गया था उसे उद्देश्य का पालन नहीं करते हैं । इसीलिए यह सदन में अपना विश्वास खो चुके हैं। जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा, उप विकास आयुक्त विशाल राज को दिये पत्र में जिला परिषद सदस्य मो, रेजाऊद्दीन, मोहम्मद फैयाज, लक्ष्मी कुमारी, विनोद प्रसाद शाह, अलका झा, रानी देवी, शोभा भारती, चंद्रभूषण ,मिथिलेश भारती ,शाईदा बानो, जितेंद्र कुमार भारती सहित 20 सदस्यों ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर अविश्वास पत्र अधिकारियों को सौप है। ज्ञात हो कि मधुबनी जिला परिषद में 56 सदस्य हैं। जिसमें अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बने रहने के लिए 29 सदस्यों को साथ रखना आवश्यक होता है। देखना है कि 20 के अलावा 9 सदस्य अगर विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में है तो जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी डोल सकती है। बताते चलें कि जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव पूर्व विधायक गुलाब यादव की पुत्री हैं। गुलाब यादव की पत्नी अंबिका गुलाब यादव एमएलसी पद पर है। गुलाब यादव ने अपने दम खम के साथ अपनी पुत्री को जिला परिषद अध्यक्ष बनाए थे। वर्तमान समय में राजनीतिक सर गर्मी बदलती जा रही है। जिला परिषद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की कुर्सी पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का भी नजर टिका हुआ है। झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव राजद के टिकट पर विधायक बने थे वर्तमान समय में मधुबनी और झंझारपुर लोकसभा सीट पर अपने स्वयं और अपनी पुत्री बिंदु गुलाब यादव को चुनाव लड़ने की बात कहते रहे हैं। जिससे राजनीति में चर्चा का माहौल बना हुआ है। देखना है कि जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी बचाने में गुलाब यादव कितना सफल होते हैं।