संदीप विश्वविद्यालय में बिहार के प्रथम इलैक्ट्रिक वाहन कौशल केंद्र का उद्घाटन
फीता काटकर उद्घाटन करते उद्योग मंत्री समीर महासेठ
मधुबनी
मोहन झा
संदीप विश्वविद्यालय, सिजौल, मधुबनी में गुरुवार को उत्कृष्टता केन्द्र के तहत बिहार के प्रथम इलैक्ट्रिक वाहन कौशल केंद्र का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के वर्तमान उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में दरभंगा इंजीनियरिंग काॅलेज के प्राचार्य प्रो. संदीप तिवारी जी उपस्थित रहे। साथ ही समारोह मे राज्य के विभिन्न तकनीकी शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिष्ठित गणमान्य की गरिमामयी उपस्थिति रही। अतिथियों का स्वागत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, कुलपति एवं कुलसचिव ने मिथिला की आतिथ्य सत्कार की प्राचीन परंपरा का निर्वहन करते हुए पाग, दुपट्टा एवं पुष्प गुच्छ भेंट करके किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना से किया गया।
विश्वविद्यालय की छात्राओं ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गान प्रस्तुत किया। इसके उपरांत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रद्धेय पंडित नित्यानंद झा ने कार्यक्रम की सफलता के लिए अपना आशीर्वचन दिया एवं कुलपति आदरणीय डॉक्टर समीर कुमार वर्मा जी ने अपना स्वागत संबोधन दिया। साथ ही कुलपति महोदय ने कहा की यह केंद्र संदीप फाउंडेशन के अध्यक्ष मिथिला रत्न एवं महान शिक्षाविद डॉक्टर संदीप एन0 झा की दूर दृष्टि एवं बिहार के सर्वांगीण विकास के प्रति उनके दृढ़ संकल्प की सकारात्मक सोच को दर्शाता है। समारोह में, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने सभा को संबोधित करते हुए इलैक्ट्रिक वाहन (ईवी) कौशल केंद्र के माध्यम से रोज़गार की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
मंत्री ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि कैसे यह पहल बिहार में छात्रों के लिए नए रास्ते खोलेगी, उन्हें बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के अनुरूप महत्वपूर्ण कौशल से लैस करेगी। उन्होंने कहा कि ईवी कौशल केंद्र से इस तेज़ी से बढ़ते क्षेत्र में विशेष प्रशिक्षण और विशेषज्ञता प्रदान करके नौकरी की संभावनाओं को बढ़ाने और राज्य की अर्थव्यवस्था में विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। मंत्री जी ने केंद्र की स्थापना के लिए संदीप विश्वविद्यालय प्रशासन की भूरि- भूरि प्रशंसा एवं सराहना की। उनके बाद विशिष्ट अतिथि प्रोफ़ेसर श्री संदीप तिवारी, प्राचार्य, दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज, ने कहा की व्यावहारिक शिक्षा और उद्योग-प्रासंगिक शिक्षा पर ध्यान देने के साथ, केंद्र का लक्ष्य युवाओं को सशक्त बनाना, उन्हें उभरते नौकरी बाज़ार के लिए तैयार करना और इलैक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है। कार्यक्रम का समापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर नौशेरवान रौनक के धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया।
कार्यक्रम में डॉ सुनील झा, श्री धर्मेश ठाकुर, प्रोफ़ेसर अभिषेक ठाकुर, प्रोफ़ेसर सोनम रानी, प्रोफ़ेसर सुजीत मिश्रा, प्रोफ़ेसर मनजीत सिंह, श्री सूरज झा, श्री दिलीप झा, डॉ0 शंभू सिंह, प्रोफ़ेसर रूपेश झा, प्रोफ़ेसर पूजा झा, डॉक्टर कलीमुद्दीन, डॉक्टर शमीम ज़िकरुल्लाह, डॉ0 ज्योतिन्द्र पाठक, डॉ0 बी0 सी0 चौधरी, डॉ0 राजेश कुमार, डॉ0 कुणाल किशोर चंदन, प्रोफ़ेसर केशव कुमार, श्री विवेक चौधरी, प्रोफ़ेसर दिव्या एवं ओमप्रकाश, रोमी, अनुष्का, कुमार आशुतोष अंजलि, आराध्या, वैष्णवी, रितिका, रितु, लक्ष्मी, विकास, सूरज, विष्णु आदि उपस्थित रहे।