December 24, 2024

वैदिक मंत्रोचारण के साथ स्थापना व प्रतिमा को प्राण प्रतिष्ठा

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 प्राण प्रतिष्ठा देते पंडित
खजौली
प्रखंड क्षेत्र के मदना गांव स्थित श्री राम जानकी मंदिर परिसर में पूरे विधि विधान व वैदिक मंत्रोचारण के साथ स्थापना व प्रतिमा को प्राण प्रतिष्ठा के बाद सोमवार को मंदिर के सिंहासन पर विराजमान श्री राम जानकी और हनुमान जी का लोकार्पण कर भक्तजन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पट खोल दिया गया। श्री राम जानकी और हनुमान जी की प्रतिमा का लोकार्पण विधिवत रूप से युवा समाजसेवी संतोष झा, महंथ बामन भगवान, प्रो.सुभाषचंद्र सिंह,दिलीप सिंह सहित अन्य आगंतुक अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए संतोष झा ने कहा की सनातन धर्म में जीने वाले प्रत्येक मानव जीवन के रोम रोम में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम निवास करते है। वही उन्होंने कहा की जगत जननी मां जानकी की परिकल्पना किए बिना श्री राम भी अधूरा है। वही उन्होंने कहा की हम सनातनी को अपने धर्म के साथ साथ अपना कर्म और संस्कार से अधिक से अधिक व्यापक रूप से लोगों को जोड़ना चाहिए।वही स्थल के महंथ वैष्णव दास उर्फ बामन भगवान ने कहा की करीब सौ वर्षों का इस स्थान का इतिहास रहा है। मंदिर में पूर्व से भी भगवान स्थापित थे।लेकिन नए सिरे से मंदिर का जीर्णोधार के बाद कोहबर घर में बैठे श्री राम के साथ जानकी और भक्त हनुमान की तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के साथ स्थापना किया गया है। वही रविवार को श्री राम जानकी और हनुमान की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा के बाद रात में बाल कलाकारों के द्वारा बड़ी उत्साह के साथ विवाह उत्सव मनाया गया। वही उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए दिलीप सिंह ने कहा की प्रत्येक सनातनियों को किसी भी सुभकार्य में आवस्यक रूप से टिका लगाना चाहिए।वही,मंदिर में स्थापित श्री राम जानकी और हनुमान की लोकार्पण होने के बाद मदना सहित आस पास के क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ भक्तिमय माहौल बना हुआ है। लोग मंदिर परिसर स्थापित श्री राम जानकी और हनुमान की पूजा अर्चना के साथ दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जुटी हुई है। वही सोमवार को विशाल भंडारा का आयोजन किया गया।इस मौके पर मुक्ति में,राम अयोध्या सिंह,राम नाथ सिंह, रास लाल साह, मनक दास,संभू चौधरी,महेश मंडल,राम कृपाल सिंह, भरत लाल राय,रामदेव प्रसाद सिंह,सुमन झा,सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।

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