चार दिवसीय “राष्ट्रीय मधुमक्खी एवं शहद मिशन “प्रशिक्षण कार्यशाला किया शुभारंभ
कार्यक्रम को उद्घाटन करते
मधुबनी
जिले के भारत-नेपाल अंतराष्ट्रीय सीमा पर तैनात 18वीं वाहिनी एस एस बी मुख्यालय राजनगर के कमांडेंट दामोदर प्रसाद मीणा,मुख्य अतिथि डॉ नागेन्द्र कुमार ,एसोसिएट प्रोफ़ेसर,डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पुसा ,समस्तीपुर, एवं एम्ब्रोसिया नेचुरल प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड से पधारे अन्य अतिथि के मौजूदगी में राजनगर स्थित भी एस जे महाविद्यालय परिसर में एस एस बी राजनगर के द्वारा 04 दिवसीय निशुल्क राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन प्रशिक्षण कार्यशाला का द्वीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से शुभारम्भ किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यशाला 20 से 23 तक निरंतर चलेगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 181 केन्द्र अर्द्धसैनिक बलों (बी.एस.एफ, सी.आई.एस.एफ, सी.आर.पी.एफ, बाई.टी.बी.पी, एवं एस.एस.बी.) कार्मिक एवं स्थानीय आम नागरिक भाग ले रहे हैं। एस एस बी का इस प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराने का मुख्य उद्देश्य मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन करने की वैज्ञानिक तकनीकों पर प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर भारत एवं मीठी कान्ति के तहत शहद के उत्पादन को बढ़ाना है। यह प्रशिक्षण डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पुसा ,समस्तीपुरएम्ब्रो सिया नेचुरल प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड के द्वारा राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारत सरकार ने शहद के मामले में भारत की स्थिति को सुधारने और मधुमक्खी पालन उद्योग को बढ़ाने के लि राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन शहद मिशन की स्थापना की थी।इस अवसर पर दामोदर प्रसाद मीणा कमांडेंट, शैलेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वितीय कमान अधिकारी ,जीत सिंह उप कमांडेंट, अमित कुमार कुशवाहा उप कमांडेंट,डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पुसा (समस्तीपुर) के डॉ. नागेन्द्र कुमार (एसोसिएट प्रोफ़ेसर एवं स्थानीय नागरीको सहित सैकड़ों कि संख्या में लोग उपस्थित थे।