बाग तडागके विकास के बिना रामायण सर्किट अधूरा -: रोशन दास “बैष्णव”जनकपुरधाम :-मिश्री लाल मधुकर
वृक्षारोपण करते महंत
मधुबनी
मोहन झा
रामायणकालीन बाग तड़ाग के विकास के बिना रामायण सर्किट अधूरा रहेगा। उपरोक्त बातें मंगलवार को रामायणकालीन बाग तडाग में पौधारोपण के बाद जानकी मंदिर के महंत श्री राम तपेश्वर दास “बैष्णव”ने पत्रकारों को जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यह करोड़ों हिन्दूओं के आस्था का केंद्र है। यही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम तथा जगत जननी माता सीता का प्रथम मिलन हुआ था। इसी बाग तडाग से पुष्प चुनकर सीता माता गिरिजा माता की पूजा करते थे।
इसलिए इसे विकास की आवश्यकता है।अगर बाग तडाग में तरह तरह के पुष्प के पौधा लगाया जाए तथा माली राम बारात संबाद तथा सीता सहेली के साथ पुष्प ओढते हुए समय कीमूर्ति बनाकर रखा जाए तो निश्चित रूप से भारत तथा नेपाल के पर्यटक आकर्षित होंगे। उत्तराधिकारी महंत ने कहा भारतमाला के अंतर्गत फार लेन निर्माण हो रहा है जो बगल से गुजर रही हैं। जटही तक सिक्स लेन है।अगर जटही बोर्डर से पिपरौन तक चौड़ी पक्की सड़क बन जाए तो पर्यटकों को सुगम होगा।इस हेतु पहल की जा रही है।
सीतामढ़ी से आए मुठिया बाबा ने कहा कि बागु तड़ागु विलोकि प्रभु,हर्षाए बंधु समेत।परम रम्य रामू यहू,जो रामहि सुख देता।। अर्थात बाग तड़ाग में तरह तरह के पुष्प , लता को देखकर भाई लक्ष्मण के साथ काफी हर्षित हुए।वे कुछ देर आराम किए तो सभी थकान मिट गए। प्रभु राम को बाग तडाग मेंइतना सकुन मिला कि वे बाग तड़ाग को निहारते रहे।बाग में तरह तरह के पक्षियों की चहचहाहट, पुष्प पर मंडराते भौंरे से प्रभु राम तथा लक्ष्मण काफी आनंदित हुए।वे आज तक ऐसा बाग कभी नहीं देखा था। इसलिए इसका विकास अनिवार्य है। जिला वन पदाधिकारी” वृक्ष मानव “सुरेश शर्मा ने कहा कि बाल्मीकि रामायण तथा तुलसी कृत रामायण में बर्णित156प्रकार पुष्प तथा फलदार पौधे के रोपने की योजना है।
पौधारोपण जानकी मंदिर के महंत श्री राम रोशन दास बैष्णव, सीतामढ़ी के मुठिया बाबा, हंसपुरम नगरपालिका के मेयर प्रदीप कुमार यादव,सुरेश शर्मा, महंत राम किशोर दास, गौरी शंकर दास, हरलाखी के थानाध्यक्ष अनोज कुमार ,फूलहर पंचायत के मुखिया रंजीत ठाकुर,सरपंच पति प्रमोद कुमार साह, मनोज कुमार साह,विश्व हिन्दू परिषद नेपाल धनुषा के युवा सदस्य मोहन साहके द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। 501पौधा लगाया गया। इस अवसर पर जागेश्वर यादव द्वारा वृहद भंडारा भी आयोजित किया गया था।