कालीपूजा के मौके पर बिशनपुर में निकाला गया कलश यात्रा
कलश शोभा यात्रा
बेनीपट्टी
बेनीपट्टी के ग्राम पंचायत राज बिशनपुर के बगवासा गाँव में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी काली पूजा बिन्दु कुमार कर्ण की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है।मिली जानकारी के अनुसार विगत आठ वर्षों से लगातार यहाँ काली पूजा काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।इस दौरान काली पूजा कमीटी के सदस्यों ने बताया कि इस बार सैकड़ों की तादाद में कुँवारी कन्याओं और महिलाओं के द्वारा कलश शोभायात्रा भी निकाला गया।वहीं क्षेत्रवासियों में भी काली पूजा के आयोजन पर काफी हर्ष का माहौल है।इस दौरान कलस शोभायात्रा मंदिर परिसर से निकलकर भरत मंडल के घर से गुजरते हुए ब्रह्मस्थान होते हुए खिरोई नदी से जल लेकर वापस मन्दिर प्रांगण पहुंच कर कलश को पूजा स्थल पर विष्ठापित किया गया इसके बाद पूजा कमिटी के सदस्यों ने परशाद वितरण भी किया।काली पूजा के आयोजन पर पूजा कमिटी के अध्यक्ष बिन्दु कुमार कर्ण और बिशनपुर पंचायत की मुखिया साबिया खातून के पति सह समाजसेवी मो0आलमगीर ने कहा कि प्रत्येक वर्ष यहाँ काली पूजा काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है समस्त ग्रामवासी आपसी सहयोग भाईचारा और गंगाजमुनी तहजीब को काफी सादगी से निभाते हुए कार्यक्रम में अपनी भागीदारी पूरी श्रद्धा के साथ निभाते हैं जो काफी हर्ष की बात है।श्री आलमगीर ने यह भी बताया कि बिशनपुर पंचायत में इस प्रकार के हो रहे आयोजन के माध्यम से समस्त पंचायत वासी ये सन्देश देना चाहते हैं कि पर्व त्योहार के माहौल को हमेशा भाईचारा के साथ मनाते हुए एक दूसरे के बीच खुशियां परोसी जाये जिससे कि समाज मे एक सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित हो।इस मौके से उन्होंने आम अवाम से यह अपील भी किया कि दीपाली व छठ पूजा के दौरान काफी सावधानियां बरतते हुए बच्चों से दूर होकर ही आतिशबाजी करें ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं होने पाये।पूजा कमिटी के सदस्यों ने बताया कि आपसी सहयोग से काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है जिसे आपसी सौहार्द और भाईचारा के साथ सभी लोग मिलकर मना रहे हैं।मौके पर पूजा कमिटी के अध्यक्ष बिन्दु कुमार कर्ण और पंचायत के वर्तमान मुखिया साबिया खातून के पति सह समाजसेवी मो0 आलमगीर व उसके अलावा उपाध्यक्ष लाल बाबू राम,कोषाध्यक्ष कैलाश कुमार कर्ण,उपाध्यक्ष सुधाकर पासवान,सचिव सिंघेश्वर राम,सोगारथ पासवान,संयोजक नागेन्द्र चौधरी, कैलाश मण्डल,संजीव कुमार लाल सहित अन्य स्थानीय लोग भी मौजूद थे।