गांवों के लोगों ने ली बाल विवाह के खिलाफ शपथ
विधालय में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाते
जयनगर
मधुबनी में 150 से अधिक गांवों ने ली बाल विवाह के खिलाफ शपथ एवं कैंडल जुलुसग्राम विकास युवा ट्रस्ट ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से बाल विवाह मुक्त बिहार अभियान का आयोजन किया | इस अभियान के तहत बिहार के मधुबनी में 150 गांवों एवं 63 विद्यालयों के छात्र/छात्राओं, स्थानीय बच्चे, महिलाएं, आशा दीदी, आंगनवाडी सेविका, आदि ने मिलकर अपनी गाँव/पंचायत और पूरे जिले को बाल विवाह से मुक्त बनाने के लिए बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली और कैंडल मार्च चलाया । जिले में तमाम गाँव में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया और इस दौरान सभी उम्र, जाति-बिरादरी और धर्मों के स्त्री-पुरुषों को शपथ दिलाई कि वे अपने गांव में बाल विवाह जैसे कृत्य में किसी भी तरह से सहभागी नहीं बनेंगे और ना ही किसी को बनने देंगे | इस मौके पर ग्राम विकास युवा ट्रस्ट के प्रबन्ध निदेशक नरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा, “बाल विवाह की कड़वी सच्चाई अभी भी हमें मुंह चिढ़ा रही है। छोटी उम्र में बच्चों के ब्याह की घटनाएं अभी भी आम हैं। ऐसे में इस अपराध के खिलाफ जागरूकता के प्रसार और लोगों को बाल विवाह के सामाजिक और कानूनी दुष्परिणामों से अवगत कराने की दिशा में यह जमीनी अभियान और शपथ दिलाने जैसे कदम बेहद अहम हैं।” बिहार में बाल विवाह के मामले शून्य पर लाने के सपने को पूरा करने के लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने प्रदेश की सभी पंचायतों को ‘बाल विवाह मुक्त बिहार’ के लिए कार्यक्रमों के आयोजन के निर्देश देने के अलावा यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी गांवों में लोगों को यह शपथ दिलाई जाए कि वे अपने गांव में कानूनी उम्र पूरी होने से पूर्व किसी बच्चे का विवाह नहीं होने देंगे। कार्यक्रम को सफल बनाने में दुल्लीपट्टी पंचायत की मुखिया रूपम कुमारी व परवा बेल्ही पंचायत के मुखिया संतोष मंडल की अहम भूमिका रही।इस मौके पर जिला समन्वयक अभिषेक चन्द्रा, रूपम झा, संतोष कुमार, जूही सिंह, बैद्यनाथ कुमार, चंचल कुमारी, रवि पंडित, स्नेहा कुमारी, राम उदगार, शम्भुजीत, तारानंद ठाकुर, साबित देवी, सर्वेश कुमार, रानी कुमारी, संतोष राम, मृदुला टंडन आदि ने लोगों को जागरूक करने के लिए संबोधित किया |