सैकड़ों बच्चों का भविष्य अंधकार में ,शिक्षा विभाग के द्वारा एकतरफा कारवाई:- रूपम कुमारी
विधालय में छात्र छात्राओं से मुलाकात कर जानकारी लेते मुखिया रूपम कुमारी व अन्य
जयनगर
जयनगर प्रखंड के दुल्लीपट्टी पंचायत के बरकुरबा मंडल टोल स्थित नया प्रथमिक विद्यालय को वर्षों बाद भी अपना भवन नसीब नहीं हुआ। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के द्वारा प्रतिदिन जारी निर्देश पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने आनन फानन में पंचायत के भीसा टोल स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरण कर दिया। शिक्षक उपस्थित बच्चें अनुपस्थित रहते हैं। अभिभावकों की मांने तोगांव में विद्यालय रहने पर पठन-पाठन के लिए बच्चे स्कूल जाते थें। तीन किलोमीटर दूर भीसा टोल स्थित विद्यालय में स्थानांतरण किए जाने से अभिभावक अपने बच्चों को लंबी दूरी और सुरक्षा को लेकर विद्यालय नहीं भेज रहे हैं। जिस कारण सैकड़ों बच्चों का भविष्य अंधकार में है। हालांकि शिक्षा पदाधिकारी के मुताबिक कोई गलत ढंग से मनमानी करे ये न्याय उचित नहीं है। मेरे संज्ञान में आया और मैने कारवाई करते हुए नजदीक के विद्यालय में स्थानांतरित कर दिया। लेकिन सवाल यह उठता है कि शिक्षा पदाधिकारी के कार्यकाल में कई महिनों तक ऐसी व्यवस्था रही और जांच करने स्थल पर कई अधिकारी व गए। तब सभी अधिकारियों को अच्छा लग रहा था। ऐसी व्यवस्था शिक्षा पदाधिकारी को अच्छी लग रही थी। आखिर किन परिस्थितियों में ऐसी कार्रवाई की गई। विद्यालय के स्थानांतरण होने पर मुखिया रूपम कुमारी, समाजसेवी वीरेंद्र यादव, शिक्षाविद् मनीष कुमार ने बरकुरबा गांव पहुंच कर अभिभावक विमल ठाकुर, सविता देवी, उर्मिला देवी, माला देवी, सोभीत मंडल, पुकारी देवी एवं छात्रों से भेंट कर विद्यालय स्थल का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों को बताया कि शिक्षा विभाग के द्वारा एकतरफा कारवाई से बच्चों का भविष्य चौपट हो गया है।दुल्लीपट्टी पंचायत मुखिया रूपम कुमारी ने कहा कि कक्षा 1 से 5 तक के बच्चे को अनुच्छेद 21A के तहत एक किलोमीटर से अधिक दुरी पर बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए कहना गैर कानूनी है। बाल संरक्षण अधिकार अधिनियम के विपरित बताया। मुखिया ने कहा कि स्कूल को रकुरबा गांव से भीसा टोल स्थित प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरित करना उचित नहीं है। बच्चे गांव से यहां तक तीन किलोमीटर की दूरी तय नहीं कर सकते हैं। जब भीसा टोल स्कूल में भवन का आभाव है। जहां लगभग तीन सौ छात्र नामांकित है। इस मामले को लेकर अभिभावकों द्वारा लिखे पत्र को संज्ञान में लेकर पंचायत सचिव को जांच के लिए दिया गया है। शिक्षा पदाधिकारी, स्थानीय पदाधिकारी समेत शिक्षा सचिव को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है।शिक्षा पदाधिकारी पूनम राजीव ने बताया कि विद्यालय में भवन निर्माण को लेकर जमीन संबंधित कागजात ग्रामीणों एवं प्रधानाध्यापक से एनओसी हेतु मांग की गई लेकिन नहीं दिया गया। भवन के आभाव में स्थानांतरित किया गया है।