आपदा जैसे मामले में अनुग्रह राशि भुगतान में अनावश्यक विलम्ब किसी भी हाल में बर्दाश्त नही-; जिलाधिकारी
शिकायत सुनते डीएम
मधुबनी
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित “जनता के दरबार मे जिलाधिकारी” कार्यक्रम में आये 140 से अधिक परिवादियों से मिलकर उनकी समस्यायों को सुना, जिसमें कई मामलों में स्वयं सबंधित पदाधिकारियो से दूरभाष पर बात कर त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया,शेष आवेदनों को संबधित विभाग के पदाधिकारियो को ससमय निष्पादन को लेकर अग्रसारित कर कृत करवाई से अवगत कराने का निर्देश दिया। प्राप्त शिकायतों में भूमि अतिक्रमण , भूमि विवाद,नल-जल योजना,आपसी विवाद,जनवितरण आदि से संबधित मामले सबसे अधिक पाए गए। इसके अतिरिक्त समजिक सुरक्षा योजना, बाल विकास परियोजना,शिक्षा सहित अन्य कार्यालय में लंबित मामले भी प्राप्त हुए।राज कुमार मुखिया, प्रखण्ड-झंझारपुर, ग्राम-काको ने जिला पदाधिकारी से शिकायत किया की उनके ग्राम पंचायत काको में बन रहे पंचायत सरकार भवन के चारदिवारी बनने के कारण उनका मकान बीच से तोड़ दिया गया है। जिस वजह से उनको रहन-सहन में दिक्कत हो रही है। करपुरिया देवी, प्रखण्ड-झंझारपुर के निवासी ने इन्दरा आवास योजना को लेकर शिकायत करते हुए कहा कि हमे आज तक इन्दरा आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है एवं राशन कार्ड भी नहीं बना हुआ है।वही प्रखण्ड फुलपरास ग्राम गोढियारी के निवासी रधुनाथ मंडल ने आने जनवितरण प्रणाली विक्रेता के द्वारा अनियमितता का शिकायत किया। इसी क्रम में विभिन्न आपदाओं में मृत व्यक्तियों के दो परिजनों ने शिकायत किया कि दो वर्ष पूर्व मृत्यु होने के उपरांत अभी तक संबधित सीओ ने अनुग्रह राशि के भुगतान हेतु अभिलेख जिला मुख्यालय में नही भेजा है,वही एक मामले में आपदा शाखा में एक माह से अभिलेख लंबित रहने की शिकायत प्राप्त हुई। जिला पदाधिकारी ने आपदा प्रभारी को निर्देश दिया कि अनावश्यक विलम्ब के आलोक में संबधित कर्मी एवं अधिकारी पर जबाबदेही तय कर करवाई सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपदा जैसे मामले में अनुग्रह राशि भुगतान में अनावश्यक विलम्ब किसी भी हाल में बर्दाश्त नही की जाएगी।जिलाधिकारी ने न केवल आए हुए परिवादियों की समस्याओं को सुना बल्कि, उन समस्याओं के संदर्भ में संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्राप्त जनशिकायतों को पूरी गंभीरता से लेकर सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ उसका त्वरित निष्पादन करे। उक्त अवसर पर डीडीसी विशाल राज,अपर समाहर्ता नरेश झा सहित कई अधिकारी भी उपस्थित थे।