भक्तों की हरेक मनोकामना बाबा एकादशरूद्र पूरी करते, इन शिवलिंगों के स्पर्श मात्र से मन को अद्भुत शांति मिलती,
एक साथ 11 शिवलिंग स्थापित,
मधुबनी
मोहन झा
मिथिला देबो की नगरी कहे जाते हैं, मिथिला के कण- कण में देवी देवताओं का प्राचीन मंदिर और प्रतिमाएं स्थापित जो दर्शन करने मात्र से सभी मनोकामना भक्तों की पूर्ण होती है। मिथिला के मधुबनी मैं प्रसिद्ध प्राचीन शिवालय है , एक पीठिका पर 11 शिवलिंग हैं। भक्तों की हरेक मनोकामना बाबा एकादशरूद्र पूरी करते हैं। इन शिवलिंगों के स्पर्श मात्र से मन को अद्भुत शांति मिलती है। मधुबनी मुख्यालय के मंगरौनी गांव में एक पीठिका पर ग्यारह शिवलिंंग स्थापित हैं।एक साथ ग्यारह शिवलिंगों की एक साथ पूजा की जाती है। सावन में यहां हजारों की संख्या में शिव भक्त पहुंचते हैं। यहां बाबूबरही के पिपराघाट स्थित कमला, बलान व सोनी के संगम से जल लेकर कांवरिए आते हैं। कांवरियों की सुविधा के लिए सावन की प्रत्येक सोमवारी को चार बजे दिन तक जलाभिषेक की व्यवस्था रहती है। चार से साढ़े छह बजे तक षोडषोपचार पूजा की जाती है। बाबा भोलेनाथ का श्रृंगार नयनाभिराम होता है। जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर राजनगर प्रखंड क्षेत्र का मंगरौनी गांव प्राचीन काल से तंत्र विद्या के साधकों लिए प्रसिद्ध रहा है। इस गांव में प्राचीन शक्तिपीठ बूढ़ी माई मंदिर, भुवनेश्वरी देवी मंदिर अवस्थित हैं। माता भुवनेश्वरी मंदिर के बगल में ही अपने आप में अद्भुत एकादशरूद्र शिव विराजमान हैं। सावन माह में तो यहां की छटा ही निराली हो उठती है। इनके दर्शन मात्र से मन को पूर्ण शांति मिल जाती है। वैसे लगभग आठ फुट लंबे व पांच फुट चौड़ाई में बनी एक ही पीठिका (जलढरी) पर शिव के 11 रूपों के रूप में11 शिवलिंग स्थापित हैं। 1954 ई. में बाबूसाहेब जगदीश नंदन चौधरी ने शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा दिल आया था। यहां कांची कामकोटि के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती व पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती भी आकर पूजा कर चुके हैं। मंदिर से पूरब चातुश्चरण यज्ञ किया तालाब है।तालाब के पश्चिमी घाट के पीछे श्राद्ध स्थली है। शिवमंदिर के सामने पंडित मुनेश्वर झा जो तंत्र साधक थे द्वारा स्थापित भगवती भुवनेश्वरी एक मंदिर में विराजमान हैं। सावन माह में मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया संवारा जाता है जो मन को प्रसन्न कर देता है। मिथिला के यह मंदिर देश विदेशों में भी काफी लोकप्रिय और आस्था का केंद्र माना जाता है।