सखीबहिनपा ने रचा मधुबनी में एक नया इतिहास
कार्यक्रम में सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित
मधुबनी
मिथिला के हृदय स्थली मधुबनी में सखी बहिनपा मैथिलानी समूह द्वारा मिथिला साहित्यिक सांस्कृतिक महोत्सव “समर्पण” अभूतपूर्व सफलता के संग सम्पन्न हुआ।ये आयोजन मधुबनी जिला मुख्यालय के चभच्चा मोड़ स्थित होटल वाटिका में संस्था की मधुबनी इकाई प्रभारी छाया मिश्रा के नेतृत्व में किया गया।समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलन एवं शंखनाद के माध्यम से संस्थापिका आरती झा एवं मुख्य अतिथि मधुबनी जिलाधिकारी द्वारा किया गया।इस समारोह में भाग लेने के लिए मैथन संस्था की महासचिव मनोरमा झा,दिल्ली से उपाध्यक्ष छाया झा,उपाध्यक्ष सांत्वना मिश्रा एवं दरभंगा से संस्था सलाहकार कुमकुम झा के अलावे बड़ी संख्या में विभिन्न इकाइयों के प्रभारी, कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।साथ ही स्थानीय विधायक,प्रशासनिक पदाधिकारी गण की भारी संख्या में उपस्थिति रही।
ज्ञातव्य हो कि सखीबहिनपा मैथिलानी समूह देश विदेश में फैले हुए मैथिलानियों को संगठित कर उनमें भाषिक, सांस्कृतिक चेतना जागरण के साथ-साथ उनके अन्दर छुपी प्रतिभा को उजागर करने एवं आर्थिक सबलता द्वारा आत्मविश्वास में वृद्धि का कार्य करती है।ये समारोह दो सत्रों में रखा गया था।पहले सत्र के पहले भागमें बच्चों द्वारा गीत,नृत्य एवं नाटक की प्रस्तुति एवं संस्था द्वारा आयोजित किए गए प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र का वितरण किया गया।दूसरे भाग मे मिथिला में रोजगार की संभावना, प्राथमिक शिक्षा में मैथिली की आवश्यकता, मैथिली साहित्य में नवतुरिया की भूमिका विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।इसमें मुख्य वक्ता के रूप में बिहार विधानसभा के प्रोजेक्ट ऑफिसर एवं पुरात्तत्वविद् श्री भैरव लाल दास, साहित्यकार प्रीतम निषाद, साहित्यकार दिलीप झा ,साहित्यकार विभा कुमारी उपस्थित थे।इस समारोह में अंग्रेजी के कथाकार जेस्सी कार्लेसल के कथा का मनोरमा झा द्वारा अनुवादित कथा “रत्नक खोज – कथा बुद्धिमत्ताक” पुस्तक एवं ऑडियो दोनों रूप का लोकार्पण किया गया।इसके अलावा सुनीता झा की लिखी हुई पुस्तक ” जिनगीक पेटारी” का भी लोकार्पण किया गया।समारोह के द्वितीय सत्रमें सखियों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत नृत्य, गायन एवं सामाजिक मुद्दे पर नाटक का आयोजन किया गया।इस महोत्सव में मिथिला के हस्तकला, चित्रकला एवं पारंपरिक रूप से बनाए जाने वाले अचार, पापड़, तरह तरह के बड़ियो एवं पकवानों की प्रदर्शनी सह बिक्री के स्टॉल लगाए गए थे।मधुबनी जिलाधिकारी ने सखीबहिनपा के द्वारा मैथिलानियों के सर्वांगीण विकास एवं सामाजिक उत्थान के लिए किए जाने वाले कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।कार्यक्रम में गीता झा द्वारा स्वागत भाषण, संचालन नीरजा सिंह, रागिनी मिश्रा, वंदना झा,कल्पना सिंह द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन छाया मिश्रा द्वारा किया गया।इस आयोजन को सफल बनाने में पूरी मधुबनी इकाई एवं विशेष रूपसे दीपा ठाकुर, राधा कुमारी एवं मालती मिश्रा का योगदान रहा।मौसम की प्रतिकूलता के बावजूद यह समारो मधुबनी के इतिहास में सबसे सफल कार्यक्रम के रूपमे दर्ज हुआ।