विलुप्त हो रहे पंची प्रथा को कायम रखने का आवाहन :-कृष्णकांत झा गुड्डू
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि
मधुबनी
सौराठ सभा का विधिवत उद्घाटन कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्व विद्यालय के कुलपति डा शशिनाथ झा, एवं पूर्व कुलपति डा रामचन्द्र झा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी अश्वनी कुमार,म्यूजिक कॉलेज के निदेशक अभिषेक मिश्र के द्वारा फीता काटकर किया गया। सौराठ सभा विकास समिति की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का संचालन समिति के सचिव डा शेखर चंद्र मिश्र ने की कार्यकृम को पुर्व में हुए सौराठ गाछी में सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग पर स्थापित स्मृति स्तंभ पर कुलपति वर्तमान एवं पुर्व द्वारा नारियल फोड़ किया गया सदर अनुमंडल पदाधिकारी अश्वनी कुमार द्वारा चमचरित मानस का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया गया। ये कार्यक्रम समिति के कोषाध्यक्ष शंभूनाथ पंडा द्वारा सभा के समापन तक किया जाएगा आगत अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष कृष्णकांत झा एवं सचिव शेखर चंद्र द्वारा सुबोध मिश्र विभाकर झा द्वारा किया गया अध्यक्षीय भाषण में कृष्णकांत झा द्वारा विलुप्त हो रहे पंची प्रथा को कायम रखने का आवाहन किया किया उन्होंने कहा की आप लोग कहीं भी रहें शादी विवाह घर कथा के माध्यम से ही करें मगर संबंध तय होने के बाद सिद्धांत अवश्य करावें और सभा में अपनी भागेदारी कायम रखें। कुलपति डॉ शशिनाथ झा ने भी पंजी प्रथा को कायम रखने पर बल दिया चाहे सदेह उपस्थित हो या ऑनलाइन निश्चित इस सिस्टम को जारी रखना अति आवश्यक है। पुर्व कुलपति ने भी विषय को गंभीरता से लेने का आव्हान किया अनुमंडल पदाधिकारी अश्वनी कुमार ने कहा की जिस सभा गाछी के विषय में वे हमेश सुना करते थे उसमें सम्मानित होना उनके लिए गौरव की बात उन्होंने कहा की आप लोग मिलकर इसे जागृत रखने का प्रयास करें हमारी जहां भी जरूरत हो हम हमेशा सहयोग में अपना भरपूर योगदान देगें। कार्यकृम में अनिल कुमार झा, अजय झा कन्हैया झा,