किसान सलाहकारों एवं कृषि समन्वयकों नेअपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए
जिला कृषि पदाधिकारी ज्ञापन सौंपा
मधुबनी
जिले के सभी पंचायतों के किसान सलाहकारों एवं कृषि समन्वयकों ने प्रदेश संघों के आह्वान पर अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दिया है।जिला किसान सलाहकार संघ ने मंगलवार को अपनी तीन सूत्री मांग पत्र की प्रति अध्यक्ष संजीव कुमार झा सहित संघ के सदस्यों ने जिला कृषि पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी को हस्तगत किया।जिला संघ ने अपनी तीन सूत्री मांग पत्र में किसान सलाहकारों को जनसेवक पद पर समायोजित करने, कृषि मंत्री द्वारा वर्ष 2020 में गठित वरिष्ठ कृषि पदाधिकारियों के तीन सदस्यों की कमिटी की रिपोर्ट लागू करने तथा ईपीएफ व पूर्णकालिक राज्य कर्मी दर्जा देने की मांग पूरा करने के लिए सरकार के अनदेखी करने के खिलाफ नारेबाजी की।संघ के सदस्यों ने बताया कि विगत तेरह वर्ष बीत जाने पर भी सरकार ने किसान सलाहकारों को अकुशल मजदूरों की तरह अल्प मानदेय दे रही है।संघ के सदस्यों ने बताया कि इस मंहगाई के युग में इंटरमीडिएट, स्नातक एवं स्नातकोत्तर विज्ञान की डिग्री की योग्यता पर चयनित किसान सलाहकारों को कम मानदेय पर परिवार का भरण पोषण करने में असमर्थ है।कम मानदेय के आर्थिक तंगी एवं विभागीय कार्य के दवाब में दस फीसदी से अधिक किसान सलाहकार काल कवलित हो गया है।आर्थिक बदहाल स्थिति से चिंता के कारण मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। किसान सलाहकार अपनी आजिविका की परिस्थिति को लेकर विभिन्न माध्यमों से मांग करते रहे हैं।लेकिन सरकार के नीतियों के कारण किसान सलाहकार तकनीकी रूप से प्रशिक्षित होने पर भी लगातार अनदेखी का शिकार हो गया है।वहीं कृषि समन्वयक संघ ने ग्रेड पे एवं कृषि विभाग के खाली पदों पर प्रोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन काम रोको हड़ताल की शुरुआत किया है।कृषि विभाग के निचले स्तर के प्रसार कर्मियों के हड़ताल के कारण किसानों को खरीफ खेती के लिए मिलने वाली सुविधा पर विराम लग गया है।