नगर निगम मधुबनी का कौन संभालेगा बागडोर, 28 प्रत्याशियों के बीच किसके माथे पर मुख्य पार्षद का मुकुट
नगर निगम कार्यालय मधुबनी
मधुबनी
मोहन झा
नगर निगम मधुबनी की चुनावी सरगर्मी अब काफी रफ्तार पकड़ चुकी है। चुनाव की प्रथम प्रक्रिया समाप्त होते ही प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटन होते ही सरगर्मी बढ़ गई है। मधुबनी नगर निगम अपने प्रथम पाली की चुनाव में मुख्य पार्षद के लिए 28 प्रत्याशी, उप मुख्य पार्षद के लिए 15 प्रत्याशी और वार्ड पार्षदों के लिए 273 प्रत्याशी चुनावी मैदान में जंग लड़ने की तैयारी की है। नगर निगम मधुबनी का प्रथम चुनाव में कौन बनेगा मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद और वार्ड पार्षद इसकी चर्चा सड़कों पर, गलियों में और नगर के प्रत्येक परिवार में जोर-शोर से चल रही है। मधुबनी के राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है की मधुबनी में स्वच्छ ईमानदार और नौजवान व्यक्ति मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद हो। लेकिन देखा गया है कि जब से नगर निगम मधुबनी की चुनाव की चर्चा प्रारंभ हुई, तब से ही भू माफिया, धन शक्ति माफिया, और मधुबनी के सड़कों के माफिया अपनी पूरी ताकत लगाना प्रारंभ कर दिया। अब चुनाव की बारी है 9, जून को मधुबनी नगर निगम का चुनाव होना तय है और ग्यारह जून मतगणना कार्य है। किसके गले में ताज मिलेगा इसका फैसला होगा। वर्तमान समय में मुख्य पार्षद के लिए 29 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहा है, जिसमें आधे दर्जन प्रत्याशी सड़कों पर अपनी जीत का दावा पेश करना प्रारंभ कर दिया है। उप मुख्य पार्षद के 16 प्रत्याशी मैं भी आधे दर्जन प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे। मधुबनी नगर निगम में सभी प्रत्याशी मधुबनी को चौमुखी विकास करने की बात कर रहे हैं। कई मुख प्रत्याशी ने अपना घोषणा पत्र भी जारी किया है। जिसमें मधुबनी को एक सुंदर स्वच्छ और आकर्षक शहर बनाने की कल्पना की है। मधुबनी शहर में 45 वार्ड बनाया गया है। इससे पहले 30 वार्ड थे। 15 नए वार्ड का निर्माण किया गया है। जिसके कारण मधुबनी का राजनीतिक भूगोलक प्रारूप बदला हुआ है। नगर निगम मधुबनी के चुनाव में जातीय समीकरण, खासकर ब्राम्हण ,सूंड़ी, और मुसलमानों की भूमिका अधिक माना जा रहा है। वर्तमान समय में प्रत्याशियों की ताकत की चर्चा करता हूं, तो धन बल के बल पर राजनीति करने वाले प्रत्याशी कई है, वही राजनीतिक संरक्षण में कई प्रत्याशी भी है जिस पर प्रदेश के राजनीतिक पार्टियों का नजर है। मधुबनी नगर निगम के मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद कौन हो इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के विधायक, सांसद, और वरिष्ठ भाजपा नेताओं की टीम अपना अक्ल लगाना प्रारंभ कर दिया है। वही महागठबंधन के प्रदेश नेतृत्व ने भी अपने विधायक ,सांसद, मंत्री को मधुबनी की राजनीति पर पकड़ बनाने के लिए जोर शोर से काम करना प्रारंभ कर दिया है। देखना है आने वाला समय में राजनीतिक प्रारूप किस करवट बदलती है और कौन मुख्य पार्षद और उप मुख्य पार्षद का माला मतदाता किसके गले में डालता है।