बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु नगर क्षेत्र झंझारपुर एवं झंझारपुर अनुमंडल के विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में छापा
छापामारी करते अधिकारी
मधुबनी
प्रधान सचिव श्रम संसाधन विभाग के निर्देशानुसार बाल श्रम उन्मूलन दिवस (30 अप्रील से प्रारंभ होकर विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 12 जून तक बाल श्रम।के विरुद्ध लगातार आम जनमानस के बीच जन जागरूकता एवं समाज के प्रत्येक वर्ग पर बाल श्रमिकों के विरुद्ध सजगता हेतु सघन निरीक्षण कार्यक्रम एवं प्रचार प्रसार किए जाने का निर्देश दिया गया है । इसी क्रम में गुरुवार को को बाल श्रमिकों की विमुक्ति हेतु नगर क्षेत्र झंझारपुर एवं झंझारपुर अनुमंडल के विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में श्रम अधीक्षक राकेश रंजन तथा पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय प्रभाकर तिवारी के नेतृत्व में धावा दल की टीम के द्वारा विभिन्न दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में सघन जांच अभियान चलाया गया धावादल टीम के द्वारा किया गया इसी क्रम में बीदेश्वर स्थान के रास्ते में स्थित नमस्ते रेस्टोरेंट एंड कैफे से एक बाल श्रमिक एवं हैप्पी बर्थडे बेकरी शॉप झंझारपुर से दो बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया । विमुक्त बाल श्रमिक को बाल कल्याण समिति, मधुबनी के समक्ष उपस्थापित कर निर्देशानुसार उन्हें बाल गृह में रखा गया है । श्रम अधीक्षक ने बताया कि बाल श्रमिकों से किसी भी दुकान या प्रतिष्ठान में कार्य कराना बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के अंतर्गत गैरकानूनी है।इस राशि को जमा नहीं कराने वाले नियोजक के विरुद्ध एक सर्टिफिकेट केस या नीलाम पत्र वाद अलग से दायर किया जाएगा ।आज की इस धावा दल टीम के सदस्य के रूप में चंदन कुमार गुप्ता श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी झंझारपुर, संतोष कुमार पोद्दार श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी घोघरडीहा, अमित कुमार श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी अंधराठाढ़ी, परितोष कुमार चाइल्डलाइन मधुबनी टीम के सदस्य, पुलिस केंद्र मधुबनी से एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के पुलिसकर्मी एवं झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र के स्थानीय थाना एवं ओपी के पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मी शामिल थे ।धावा दल की टीम के द्वारा आज रांटी चौक, रामपट्टी होते हुए सामिया ढलान, सामिया ढलान होते हुए बीदेश्वर स्थान होते हुए झंझारपुर नगर परिषद क्षेत्र के सभी दुकानो एवं प्रतिष्ठानो में सघन जांच की गई तथा सभी नियोजको से किसी भी बाल श्रमिक को नियोजित नहीं करने हेतु एक शपथ पत्र भरवाया गया ।श्रम अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि धावा दल नियमित रूप से प्रत्येक सप्ताह संचालित होगा तथा मधुबनी शहर के अलावा सभी अनुमंडल मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालयों में भी धावा दल संचालित किया जाएगा तथा बाल श्रमिकों को नियोजित करने वाले नियोजकों के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।