गुरुदेव की रचनाओं ने उन्हें साहित्य के शिखर पर पहुंचाया :-डॉ मीना
कार्यक्रम में उपस्थित
मधुबनी
स्थानीय जे एम डी पी एल महिला महाविद्यालय में गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर जी की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ।दीप प्रज्वलन प्रधानाचार्य डॉ मीना प्रसाद के साथ डॉ भारत भूषण राय, डॉ अजय कुमार मिश्रा , डॉ पूनम अग्रवाल , डॉ किरण कुमारी झा, डॉ निभा झा, डॉ माधवी कुमारी, डॉ श्वेता कुमारी, डॉ मीना कुमारी, डॉ भारत भूषण राय, डॉ अजय कुमार मिश्रा, डॉ हेम कुमार झा , उपस्थित छात्राओं, तथा महाविद्यालय कर्मी द्वारा किया गया।
सबों ने गुरुदेव की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया।समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य डॉ मीना प्रसाद ने गुरुदेव के जीवन पर चर्चा की तथा कहा कि गुरुदेव की रचनाओं ने उन्हें साहित्य के शिखर पर पहुंचाया तथा उन्हें साहित्य का नोबेल प्राइज भी प्राप्त हुआ।उनकी रचनाएं बंगला में है जिसे अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया है।उनकी रचनाओं में प्रकृति प्रेम ,ईश्वर के प्रति निष्ठा और मानवतावादी मूल्यों के प्रति समर्पण का समावेश है।इस अवसर पर बोलते हुए डॉ अजय कुमार मिश्रा ने कहा की उनके गीतों की रचनाएं रवीन्द्र संगीत आज भी विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाए हुए है।
गुरुदेव आज भी देशवासियों के हृदय में बसे हुए है।डॉ भारत भूषण राय ने कहा कि जन गण मन गुरुदेव की रचना है जिसे राष्ट्रगान का सम्मान मिला।रविन्द्र नाथ टैगोर जी ने गांधी जी को महात्मा की उपाधि दी तथा गांधी जी ने रवीन्द्र नाथ टैगोर को गुरुदेव की उपाधि से सम्मानित किया।इस समारोह में डॉ अरिन्दम कुमार, डॉ श्वेता कुमारी, डॉ माधवी कुमारी, डॉ काशी नाथ चौधरी, डॉ साध्वी कुमारी, डॉ सविता वर्मा, डॉ मीना आजाद, डॉ शशि बाला झा, डॉ हेम कुमार झा, डॉ सुभद्र झा, डॉ अन्नपूर्णा कुमारी, डॉ समरेंद्र मिश्र, डॉ अताउर रहमान,श्याम महासेठ,प्रमोद कुमार अग्रवाल,अशोक कुमार झा,रामदेव यादव,अरुण कुमार कर्ण,देवनाथ यादव,प्रवेश झा,रामदेव पासवान के साथ कई महाविद्यालय कर्मी और छात्राएं उपस्थित थी।कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ मीना प्रसाद ने की तथा संचालन डॉ विनय कुमार दास ने किया।धन्यवाद ज्ञापन डॉ भारत भूषण राय ने किया।