अतिक्रमणकारियों के सामने घुटने टेकटे नगर पंचायत प्रशासन बेनीपट्टी
अतिक्रमण पुलिस इंस्पेक्टर के कार्यालय आवास के सामने
बेनीपट्टी
बेनीपट्टी मुख्यालय में अतिक्रमणकारियों के सामने नगर पंचायत प्रशासन घुटना टेक दिया है। अतिक्रमणकारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के सभी नियमों कानून को ताख पर रखकर फिर से पूरे बाजार को अतिक्रमण कर अपना जाल फैला दिया है। जबकि नगर पंचायत बेनीपट्टी प्रशासन ने बेनीपट्टी बाजार को बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण खाली कराया था। परंतु एक माह के अंदर ही सभी अतिक्रमणकारियों ने पुनः प्रशासन के खिलाफ अभियान चलाकर पूरे बाजार को अतिक्रमण कर सड़कों को संकीर्ण कर दिया है। जिसके कारण फिर से जाम लगना ,दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई है। बेनीपट्टी मुख्यालय करीब 3 किलो मीटर मैं पसरा हुआ है, जो उगना चौक, डॉक्टर लोहिया चौक, थाना चौक, इंदिरा चौक ,विद्यापति चौक, बेहटा हॉट, अंबेडकर चौक और अनुमंडल कार्यालय चौक जेल गेट तक पसरा हुआ है। दूसरी ओर इंदिरा चौक से डॉ एनसी कॉलेज तक सड़क अतिक्रमणकारियों के चंगुल में फंसा हुआ है। नगर पंचायत बेनीपट्टी प्रशासन ने बाजार को स्वच्छ और अतिक्रमण मुक्त करने का जो मुहिम चलाया था । उस पर अतिक्रमणकारियों ने अपना बुलडोजर चला दिया है। जिसके कारण पूरे बाजार मैं समस्या ही समस्या उत्पन्न हो गई है। सड़कों पर पानी बहना पुलिस इंस्पेक्टर के कार्यालय आवास के सामने जबरन अतिक्रमण करना, शहीद भवन के सामने अतिक्रमण करना, यह साबित करता है कि प्रशासन अतिक्रमणकारियों के सामने घुटना टेट चुका है। इसके अलावा बेनीपट्टी बाजार मैं अगर देखें तो व्यापारियों के द्वारा अपने दुकान के सामने सड़कों पर सामग्री रखकर सड़क को अतिक्रमण कर चुका है। जबकि बेनीपट्टी के अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ,प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी के अलावे थाना बेनीपट्टी की गाड़ी और अधिकारी सड़कों पर हौरन बजाते जाम में अपनी कला का प्रदर्शन करते दिखते हैं। लेकिन इन अधिकारियों का भय उन अतिक्रमणकारियों पर नहीं दिखता। नगर पंचायत बेनीपट्टी प्रशासन ने बाजार को स्वच्छ बनाने साफ सुथरा रखने के लिए कई बेहतर कार्य कर रहे हैं परंतु अतिक्रमणकारियों के द्वारा इस पर पानी फेर रहा है। सड़कों पर पानी बहना, जबरन सड़क को अतिक्रमण करना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। अतिक्रमण खाली कराने में प्रशासन के द्वारा जो लापरवाही बढ़ती गई थी जिसके खिलाफ बाजार के कुछ व्यापारियों ने आवेदन देकर सुधार करने की मांग की थी वह आवेदन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।