युवाओं को श्रीमद्भागवत कथा सूनने की है जरूरत: हृदयनाथ जी महराज
युवाओं को श्रीमद्भागवत कथा सूनने की है जरूरत: हृदयनाथ जी महराज
– भागवत कथा में धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव
– श्रीमद्भागवत कथा से आसपास का वातावरण हुआ भक्तिमय
– सच्चा मानव बनाने के लिए अपने बच्चों को शास्त्र का ज्ञान दे
– अहंकारी मनुष्य जीवन में कभी भी सफल नहीं होते है ।
ठाहर गांव में आयोजित सात दिवसयी श्रीमद् भागवत कथा वाचन करते पुज्य श्री हृदयनाथजी महराज
श्रीमद्भागवत कथा श्रवण को पूजा पंडाल में उमड़े श्रद्धालुओं की भीड़
खजौली,
प्रखंड के ठाहर गांव स्थित भैरव स्थान परिसर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का चैथे दिन कथावाचक पुज्य श्रीहृदयनाथ जी महराज ने भगवान श्री कृष्ण जी की जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया। कृष्ण जन्म से लेकर, उनकी बाल लीला, रास लीला सहित उनके महिमा का बखान किया। कहा कि कृष्ण प्रेम बांटने वाले है। दुनिया की कठिन से कठिन काम मधुरवचन व प्रेम से पूर्ण हो जाता है। सभी श्रद्धालुओं को मधुर भाषी बनने को कहा। कहा झुकने से मानव को सम्मान मिलता है, ऐसा करने वाला मनुष्य शिखर तक पहुंचता है।
भारत देश की संस्कृति दुनिया में विशाल है। सनातन धर्म की रक्षा करना हमलोगों का कर्तव्य है। श्रीमद्भागवत कथा बुजुर्गो के साथ-साथ युवा पीढी को सूनने की जरूरत है। जिससे परिवार, समाज एवं देश का समुचित विकास होगा। शास्त्र पढ़े एवं अपने बच्चों को पढाये। शास्त्र पढ़कर भाषा सुधरती है। हमें प्रयास करना चाहिए कि श्रेष्ठ जीवन बनाएं, अच्छे कार्य करने का जुनून होना चाहिए। अहंकार उपद्रव करता है और अधिकार रक्षा करती है।
अहंकार को स्थिर कर जीवन की रक्षा करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं की बड़ी तादात में भीड़ उमड़ पड़ी। कथा को लेकर गांव सहित आसपास का वातावरण भक्तिभाव से सराबोर है। मौके पर श्रद्धालु रूकमिणी देवी, मंगल ठाकुर, मनीष, मयंक सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।