हाई स्कूल परसाही के गणेश को मिला बिहार में नौवां रैंक
गणेश कुमार सिंह
लदनियां
बिहार शिक्षा बोर्ड पटना ने मैट्रिक का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। लदनियां के सनपतहा निवासी जीबछ सिंह के पुत्र गणेश कुमार सिंह को बिहार में नौंवा व जिला स्तर पर दूसरा रैंक मिला है। उन्हें 477 अंक मिले हैं। वह नव उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय सिधप परसाही का छात्र है। इस स्कूल के छात्रों ने 2019 से अभी तक लगातार टॉपर्सों की सूची को सुशोभित किया है। कोरोना काल में नामांकित इस छात्र ने ऑनलाइन तथा सिधपा गांव स्थित मां शारदे कोचिंग सेंटर में रहकर तैयारी की थी। आगे की पढ़ाई कर वह डॉक्टर बनना चाहता है। विद्यालय का एच एम ने बताया कि हाई स्कूल स्तर पर शिक्षकों की कमी के बाद भी छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था अन्य शिक्षकों की बदौलत की जाती रही है। नव उत्क्रमित हाई स्कूल सिधप परसाही के छात्रों को लगातार मिल रही कामयाबी चर्चा में है। वर्ष 2022 में विवेक कुमार ठाकुर ने 486 अंक प्राप्त कर जहां बोर्ड में दूसरा स्थान प्राप्त किया था। वहीं 474 अंक प्राप्त कर रामसुन्दर कुमार व राकेश कुमार सिंह ने जिले में रिकॉर्ड बनाया था। वर्ष 2019 में इस स्कूल के छात्र रामकुमार सिंह को बोर्ड में नौवां व रामकुमार पासवान को जिले में दूसरा स्थान मिला था। वर्ष 2021 में निरंजन कुमार सिंह को बिहार में पांचवां स्थान मिला था। बावजूद इसके इस विद्यालय को सरकार की ओर से किसी प्रकार सम्मान नहीं मिला। विडंबना यह है कि स्वीकृति के सात वर्षों के बाद भी इस विद्यालय को हाई स्कूल स्तर पर मात्र हिन्दी विषय में रंजीत यादव के रूप में एक शिक्षक मिला है।प्राइमरी स्कूल के नियोजित टीचर का बेटा गणेश कुमार ने पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोरी है। मीडिया से मुखातिब होते हुए उसने कहा कि घर वालों से उसे पढ़ने की प्रेरणा मिली। घर के लोग पढ़ने के लिए कहते थे, उन्हीं की बातों को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई करता था। गणेश ने बताया कि वह एग्ज़ाम गेदकर आता था तो प्रश्न पत्र से मिला कर नंबर वगैरह नहीं जोड़ता था। उसे खुद में यह भरोसा रहता था कि उसकी परीक्षा अच्छी रही है। उसने कहा कि अभी भविष्य के बारे में ज़्यादा कुछ नहीं सोचा है। वैसे डॉक्टर बनने की इच्छा है।लोगों ने इसका श्रेय निजी कोचिंग चलाने वाले प्रमोद कुमार सिंह, अशोक कुमार पूर्वे व ब्रह्मदेव सिंह को दिया है।