मिथिला महोत्सव में लोक गायिका नीतू नवगीत के लोकगीतों पर तालिया की गड़गड़ाहट से श्रोताओं झूम उढे,
मिथिला महोत्सव के मंच पर गीत गति नीतू,
,,राजा जनक जी के बाग में अलबेला रघुवर आयो जी,,
मधुबनी
मोहन झा
बिहार सरकार के पर्यटन विभाग और मधुबनी जिला प्रशासन की ओर से आयोजित मिथिला महोत्सव के प्रथम दिन के दूसरे सत्र संध्या सांस्कृतिक कार्यक्रम में बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका डाॅ. नीतू कुमारी नवगीत ने बिहारी माटी की खुशबू वाले पारंपरिक लोक गीतों की प्रस्तुति कर उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया। पटना नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान की ब्रांड एंबेसडर और पूर्व में मतदाता जागरूकता अभियान की ब्रांड एंबेसडर डॉ. नीतू कुमारी नवगीत ने महोत्सव में विवाह गीत, झूमर गीत और मिथिला क्षेत्र में गाए जाने वाले लोक गीतों की प्रस्तुति दी।
उन्होंने ,,राजा जनक जी के बाग में अलबेला रघुवर आयो जी,,सिया जी बहिनिया हमार हो राम लगिहैं पहुंनवा,, दूल्हा सिंदूर लियौ हाथ सोन सुपारी के साथ सीता उघारी लियौ मांग सिंदूर लई ल,, बाबा दिहले टिकवा सेहुरे हम तेजब बलमुआ कैसे तेजब हो छोटी ननदी जैसे झूमर गीतों की प्रस्तुति दी। राम जी से पूछे जनकपुर के नारी बताद बबुआ लोगवा देत काहे गारी बताद बबुआ जैसे गीतों के प्रति करके लोगों के मन को मोह लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में डॉ. नीतू कुमारी नवगीत के साथ अभिषेक कुमार शुक्ला ने ढोलक पर, संजय मिश्रा ने केसियो पर,मनीष श्रीवास्तव ने पैड पर और अजीत गौरव ने गिटार पर संगत किया। कार्यक्रम के उपरांत डॉ. नीतू कुमारी नवगीत को स्मृति चिह्न देकर जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने सम्मानित किया गया।