December 24, 2024

बाल विवाह, सती प्रथा, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा ने समाज में महिलाओं के स्थान को कमजोर किया, इसके खिलाफ जन जागरूकता पैदा करने में जनप्रतिनिधि व मीडिया के विशिष्ट भूमिका:-जिलाधिकारी

0

कार्यक्रम को दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते जिलाधिकारी
मधुबनी
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने नगर भवन, मधुबनी में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सह दहेज एवं बाल विवाह उन्मूलन कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को महिला दिवस का आयोजन किया जाता है। परंतु, इस वर्ष होली के समारोह हो जाने से इसकी तिथि आगे बढ़ाई गई। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि सबसे पहले समाज में महिलाओं को अत्यंत सम्मानित दर्जा हासिल था। परंतु, कालक्रम में समाज में महिला उत्पीड़न की अनेक कुप्रथाएं उभरकर सामने आई। जिसके कारण महिलाओं को अपार कष्ट का सामना करना पड़ा। बाल विवाह, सती प्रथा, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथा ने समाज में महिलाओं के स्थान को कमजोर किया। इसके विरोध में कई सामाजिक सुधार आंदोलन हुए और सरकारों की ओर से इसके लिए कानून भी बनाए गए।महिला दिवस के आयोजन के महत्व को रेखांकित करते हुए जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने कहा इसका मकसद लोगों को जागरूक करना और जेंडर इक्वलिटी के प्रति संवेदनशील बनाना है। उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसा आएगा जब लैंगिक समानता का लक्ष्य पूरा हो जाएगा और फिर किसी भी प्रकार के महिला महोत्सव मनाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि ऐसा देखा जाता है लिंग परीक्षण करवाने में पुरुषों के साथ-साथ परिवार की महिलाएं भी शामिल होती हैं। यदि गर्भिणी माता इसका विरोध करें तो निश्चय ही लिंग परीक्षण पर रोक लगाई जा सकती है। इससे भ्रूण हत्या को रोका जा सकता है। आज बेटे की ललक के कारण बेटियों को कमतर आंका जाता है। दहेज प्रथा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज लड़कियां दहेज प्रथा के विरोध में विवाह करने से इंकार कर रही हैं।उनने महिला हितों की रक्षा के लिए जनप्रतिनिधियों और मीडिया पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि बेटों के बारे में समाज की समझ अलग होने के कारण बेटियों के साथ विभेद किया जाता है जो गलत है। इसके संबंध के जन जागरूकता पैदा करने में जनप्रतिनिधि व मीडिया के बंधु विशिष्ट भूमिका अदा कर सकते हैं।उन्होंने महिला हितों की रक्षा में जीविका दीदियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का महिला हितों की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष, जिला परिषद, बिंदु गुलाब यादव द्वारा महिला महोत्सव की उपादेयता पर समझ विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

महिला महोत्सव के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया गया जिनमें सखी संस्था की अध्यक्षा, सुमन सिंह, अर्वाचीन मिथिला कला, की अध्यक्षा, प्रीति कुमारी, दहेज मुक्त भारत संस्था की अनिता झा, महिला विकास मंच की दीप शिखा सिंह, महिला हेल्पलाइन की वीना चौधरी, शिक्षिका डॉ मीनाक्षी कुमारी, आभा कनक, इंटरमीडिएट परीक्षा में छात्राओं में सबसे अधिक अंक लाने वाली श्रुति कुमारी, संध्या कुमारी, रिया कुमारी, मैट्रिक परीक्षा में सबसे अधिक अंक लाने वाली किट्टू मिश्रा, अंशु कुमारी, मधुबाला सिन्हा सहित अन्य ख्यातिलब्ध महिलाएं शामिल थीं। उक्त अवसर पर उप विकास आयुक्त विशाल राज, विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, डीपीओ आईसीडीएस, कविता कुमारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, शैलेंद्र कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, शंभू प्रसाद यादव, जिला योजना पदाधिकारी, विनोद कुमार सिंह सहित जिले के सभी प्रखंडों की सीडीपीओ और आईसीडीएस तथा जीविका समूह की कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थीं। मंच का संचालन यूनिसेफ के जिला समन्वयक प्रमोद कुमार झा द्वारा किया गया।-

 

 

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!