कर्पूरी की सोच को आगे बढ़ाये युवापीढ़ी- आरसीपी सिंह
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह
मधुबनी
कर्पूरी ठाकुर कालजयी एवं दूरद्रष्टा राजनेता थे, उनकी सोच में बिहार और देश की सत्ता मे समाज के कमजोर एवं बंचित समाज की व्यापक भागीदारी की बात सन्निहित थी। आज जरूरत है कि युवापीढ़ी उनकी सोच को आगे बढ़ाये। उक्त बातें मधुबनी जिला के लौकही प्रखंड के बरूआर पंचायत के बघुआ गांव में आयोजित कर्पूरी ठाकुर स्मृति दिवस समारोह सह मूर्ति शिलान्यास समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने उपरोक्त विचार व्यक्त किये। पूर्व जिप सदस्य राजेन्द्र मंडल की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम मे पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा का शिलान्यास भी किया तथा कर्पूरी ठाकुर के साथ जेल में रहने वाले स्थानीय लालदेव मंडल मुंशीलाल मंडल रामसुंदर मंडल एवं देवदूत मंडल को माला एवं पाग एवं अंग वस्त्र से सम्मानित भी कियापूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कर्पूरी ठाकुर की सोच एवं नीतियों पर जमकर चर्चा करते हुए कहा कि कर्पूरी के नाम पर अनेक मुख्यमंत्री सांसद बिधायक तथा मंत्री बने लेकिन वास्तविकता यही है कि अपने आप को समाजवादी कहने वाले सभी राजनेताओं ने सत्ता और सिंहासन के अहंकार में उनको भुला दिया। नीतीश कुमार तथा लालू प्रसाद यादव इसके ज्वलंत उदाहरण है।
पूर्व केंद्रीय ने बिहार सरकार तथा नीतीश कुमार पर जमकर कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के अहंकार में बिहार का सर्वनाम कर दिया ।एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव लड़कर महागठबंधन में शामिल हो गये वर्तमान जंगलराजकी आहट उसी का परिणाम है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जदयू को डूबता हुआ जहाज बताते हुए कहा कि आज नीतीश कुमार के अहंकार में यह जहाज डूब रहा है जो केवल कैप्टन की अहम के कारण है।हमें उसमें फंसे कार्यकर्ताओं की चिंता है कि वो लोग समझ पर उससे निकल जाये। उन्होंने अपनी आगामी राजनीतिक संभावनाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि वे पूरा बिहार घूम रहे हैं तथा कार्यकर्ताओं एवं बिहार व राष्ट्रहित में शीघ्र ही निर्णय लेगे। मधुबनी से भूतहा चौक तक जगह जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।इस मौके पर बलराम मंडल शिवनंदन मंडल रूपेश चांढ सरफराज राइन नूनू ठाकुर प्रफुल्ल कुमार ठाकुर पावस पासवान संगीता राय अतीश मंडल डा कन्हैया सिंह मुन्ना सिद्दीकी बिपिन यादव अमर सिन्हा प्रवीण चंद्वंशी भागीरथ कुशवाहा भरत राय डा राममोहन झा डा मोहीबुल आदि ने भी कार्यक्रम में अपने बिचार व्यक्त किये।