भविष्य के सशक्त भारत की बुनियाद रखने वाला है बजट: नेहा झा
नेहा झा
बेनीपट्टी
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज पेश किये गये बजट को अभूतपूर्व बताते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ श्रीमती नेहा झा ने इसे भविष्य के सशक्त भारत की बुनियाद रखने वाला बजट करार दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी की नीतियों पर चलते हुए भारतीय अर्थव्यस्था के आकार में पिछले 9 वर्षों में एतिहासिक बढ़ोतरी हुई है. भारत दुनिया की 10वीं अर्थव्यवस्था से बढ़कर दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. आज पेश हुआ बजट बढ़ते भारत की इसी प्रगति की गति को और तेज करने वाला है.नीतीश पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सबसे दुखद बात यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री जी को पता ही नहीं है कि बजट में क्या है. फिर वह इस बजट के योजनाओं का लाभ बिहार के लिए कैसे ले पाएंगे और दूसरी तरफ उपमुख्यमंत्री जी हैं जो अगर थोड़ा सा भी किसी से पूछ लिए होते हैं तो उन्हें पता चल जाता कि इस बजट में गरीबों के आवास और किसानों के लिए क्या-क्या है.
बजट की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि माननीय वितमंत्री ने इस बजट में मध्यम वर्ग, गांव, किसान, गरीब, मजदूर समेत समाज के हर वर्ग का ख्याल रखा है. बजट के प्रावधानों से बिहार जैसे विकासशील राज्यों को भी काफी लाभ मिलेगा.उन्होंने कहा कि बजट में कर मुक्त आय की सीमा को 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख कर दिया गया है. जिसका सीधा लाभ देश के करोड़ों मध्यम आय वाले परिवारों को होगा. इससे उनकी बचत बढ़ेगी जिसका सीधा सकारात्मक लाभ देश की अर्थव्यवस्था को मिलेगा. बजट में निश्चित किया गया है कि देश में कोई भूखा न सोए. इसीलिए विगत 28 महीने से 80 करोड़ परिवारों को मुफ्त राशन प्रदान किये जाने वाले प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है.नेहा झा ने कहा कि बजट में तीन वर्षों में 3.5 लाख जनजातीय विद्यार्थियों के लिए 740 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में 38,800 अध्यापकों तथा सहयोगी कर्मचारियों को नियुक्त करने का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त पिछड़े आदिवासी समूहों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए पीएमपीबीटीजी विकास मिशन को मंजूरी दी गयी है.
इससे पीबीटीजी बस्तियों में बुनियादी सुविधाएं दी जाएंगी. इसके लिए 15 हजार करोड़ दिए जाएंगे. पीएम आवास योजना के लिए परिव्यय 66 प्रतिशत बढ़ाकर 79,000 करोड़ रुपये कर दिया गया.उन्होंने कहा कि सरकार अगले तीन वर्षों में एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित और उनकी सहायता करने के लिए 10,000 बायो-इनपुट रिसोर्स केन्द्र स्थापित करेगी. युवा उद्यमी ग्रामीण क्षेत्रों में एग्री-स्टार्टअप्स शुरू कर सकें, इसके लिए कृषि वर्धक निधि की स्थापना की जाएगी. कृषि ऋण के लक्ष्य को पशुपालन, डेयरी और मत्स्य उद्योग को ध्यान में रखते हुए 20 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाया जाएगा.उन्होंने कहा कि बजट में बुजुर्गों का ख्याल रखते हुए वरिष्ठ नागरिक खाता स्कीम की सीमा अब 4.5 लाख से बढ़कर 9 लाख करने की भी घोषणा की गयी है, साथ ही रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत परिव्यय का प्रावधान किया गया है जो आज तक का सबसे बड़ा आवंटन है. कुल मिलाकर भारतीय अर्थव्यवस्था का भविष्य उज्ज्वल है और सही रास्ते पर है.