बाढ़ सुखाड़ की त्रासदी बिहार के विकास में बाधक:- रामनरेश पांडेय
कार्यक्रम मंच पर उपस्थित नेता
बेनीपट्टी
कालिदास विद्यापति विज्ञान महाविद्यालय , उच्चैठ बेनीपट्टी में शुक्रवार को महाविद्यालय के संस्थापक , स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व सांसद भोगेंद्र झा की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा आयोजित किया गया। परिसर में अवस्थित उनके स्मारक पर माल्यार्पण भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय, राज्य सचिवमंडल सदस्य रामचंद्र महतो , ओमप्रकाश नारायण ,अजय कुमार सिंह, प्रमोद प्रभाकर , बिहार महिला समाज के महासचिव राजश्री किरण , रामकुमार झा , राकेश कुमार पांडेय , प्रभाकर प्रसाद सिंह ,पुनीत मुखिया , नौजवान संघ के राज्य महासचिव रौशन कुमार , रामप्रीत पासवान ,रामनरेश राय, सुधीर साहू, नारायणजी झा , रामटहल पूर्वे , कृपा नंद आजाद , बेनीपट्टी अंचल मंत्री आनंद कुमार झा , मनोज मिश्र, रहिका अंचल मंत्री अमरनाथ यादव , तिरपीत पासवान ,लक्ष्मण चौधरी ,मोतीलाल शर्मा , सत्यनारायण राय, मनतोर देवी ,सूर्यनारायण महतो ,मनोज मिश्र , बालकृष्ण मंडल , महेश यादव, राजेश कुमार पांडेय , बलराम यादव , हरिनाथ यादव, उमेश पांडेय, राजीव चौधरी , एकरामुल होदा सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि दी गई ।
श्रद्धांजली कार्यक्रम के बाद महाविद्यालय परिसर में बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण संघर्ष समिति ,बिहार के संयोजक मिथिलेश झा की अध्यक्षता में है राज्य स्तरीय कन्वेंशन आयोजित की गई । जिसका उद्घाटन भाकपा के राज्य सचिव ,पूर्व विधायक रामनरेश पांडेय ने किया । कन्वेंशन में मधुबनी , दरभंगा , समस्तीपुर ,पटना , मुजफ्फरपुर , शेखपुरा ,खगरिया , मधेपुरा ,सहरसा , सुपौल, पूर्णिया , वैशाली ,छपरा, सहित बिहार के विभिन्न हिस्सों से किसान एवं राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता भाग लिए ।
अपने उद्घाटन भाषण में रामनरेश पांडेय ने कहा बिहार में बाढ़ सुखाड़ की त्रासदी बिहार के विकास में बाधक है । केंद्र सरकार की दोहरी नीति एवं किसानों के प्रति साम्राज्यवादी विचारधार के कारण आज तक बहुउद्देशीय हाई डैम का निर्माण अधूरा है । सरकार स्वंयसेवी संस्थाओं के मुद्दा को आगे बढ़ाने में व्यस्त है , किसानों की सुधि लेने का समय केंद्र सरकार को नही है। बिहार में वर्षों से औद्योगिक विकास नही हो पाया । कृषि आधारित बिहार का जनजीवन बेरोजगारी , पलायन एवं अशिक्षा की मार से बेहाल है। पूर्व सांसद छात्र जीवन काल से ही समाज के निचले हिस्से के लोगो की लड़ाई लड़ते हुए संसद के बाहर एवं अंदर बिहार में बाढ़ सुखार एवं बिजली संकट के स्थाई निदान के लिए बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण करने का आवाज उठाते रहे। संघर्ष भी किए गया । सम्पूर्ण बिहार में इस आंदोलन को तेज किया गया । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी प्रमुखता से इस मुद्दा को लेकर गांव गांव, विभिन्न सरकारी कार्यालयों पर चरण आंदोलन का मुद्दा बनाती रही । परिणामस्वरूप तत्कालीन केंद्र सरकार ,बिहार सरकार एवं नेपाल -भूटान सरकार से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वार्ता किए गए, हाई डैम निर्माण कार्य को प्रारंभ किया गया । परंतु 2014 से केंद्र में स्थित सरकार के उदासीन रवैया एवं पूंजीवादी ताकत के दबाव के कारण us कार्य को शिथिल किया गया । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की बिहार राज्य इकाई इस आन्दोलन को तेज करेंगे एवं स्थाई समाधान हेतु बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण के लिए केंद्र सरकार को मजबूर करेगी । भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर 27से 29 मार्च 2023 को जनसत्याग्रह आयोजित कर इस मुद्दा को प्रमुखता से लेते हुए जुझारू आंदोलन किया जाएगा ।केन्वेंशन में बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण संघर्ष समिति के राज्य संयोजक मिथिलेश झा द्वारा एक विस्तृत लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत किए गया । प्रस्तुत प्रस्ताव पर विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों द्वारा बहस के माध्यम से सुझाव दिए गए। अंत में प्रतिनिधियों से आए समुचित सुझाव को प्रस्तुत प्रस्ताव में संशोधित करते हुए सर्वम्मती हाई डैम निर्माण संघर्ष समिति द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को पारित किया गया । कन्वेंशन में निर्णय लिया गया की अप्रैल 2023 में संसद के बजट सत्र में दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।