कांग्रेस के 138 वां ऐतिहासिक स्थापना दिवस मधुबनी में हर्षउल्लास के साथ मनाया गया, 5 कांग्रेसियों को किया गया सम्मानित
स्थापना दिवस पर एकजुट कांग्रेसी कार्यकर्ता
मधुबनी
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 138 वां ऐतिहासिक स्थापना दिवस मधुबनी में हर्ष उल्लास के साथ बुधवार को मनाया गया। इस अवसर पर विविध कार्यक्रम के तहत जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी के द्वारा जिला कार्यालय में सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष प्रो शीतलाम्बर झा ने झंडोत्तोलन किया, फिर जिलाध्यक्ष प्रो झा के नेतृत्व में काफी संख्याओं में काँग्रेसजनों ने शहर के विभिन्न मार्गों पर जनजागरण एवं पदयात्रा कर कांग्रेस पार्टी के स्थापना के उद्देश्यों से सम्बंधित जोरदार नारेबाजी करते हुए आमजनों को जागृत किया। जिला कार्यालय में संगोष्ठी एवं पांच बरिष्ट कांग्रेसजनों को मिथिला के परम्परा अनुसार पाग चादर एवं माला पहनाकर कर अभिनन्दन किया। जिसमे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सह पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सदस्य बुद्धिनाथ झा ,बहादुर झा, मो नुरुल होदा, गुंजन राम एवं महिला नेत्री श्रीमती मीनू पाठक हैं।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्रो झा ने कांग्रेस पार्टी के स्थापना दिवस पर कहा कि 28 दिसम्बर 1885 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना मुंबई की, और कांग्रेस के नेतृत्व में सैकड़ों वर्षों के गुलामी की जंजीरों को हमरे नेताओं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,पंडित जवाहरलाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री,मौलाना अबुल कलाम आजाद,नेताजी सुभाषचंद्र बोस, डॉ भीमराव अंबेडकर सरदार वल्लभ भाई पटेल,डॉ राजेन्द्र प्रसाद सहित सैकड़ों महानायकों ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर 1947 को देश को आजाद किया। प्रो झा ने कहा आजादी के बाद देश का नेतृत्व कांग्रेस पार्टी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व दिया और उन्होंने देश के चौमुखी विकास किया।आज देश मे भारतीय जनता पार्टी नफरत की बीज वो रही है देश की गंगा यमुनी संस्कृति को समाप्त कर दी है देश आरजकता को ओर जा रही है सभी संवैधानिक संस्थाओं को पंगु किया जा रहा है महंगाई बेरोजगारी रेकॉर्ड तोड़ रही है, आज फिर से कांग्रेस पार्टी अपने नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में नफरत खिलाफ देश जोड़ने के लिए कन्याकुमारी से काश्मीर तक पदयात्रा कर रहें है।
महिला नेत्री श्रीमती मीनू पाठकअभिनन्दन किया
कार्यक्रम को ज्योति रमन झा, अमानुल्लाह खान, मनोज मिश्रा, सुल्तान अहमद शम्सी, विजय कुमार राउत, नबेन्द्र झा, कृष्ण कुमार झा, मो शाहिद, विजयकृष्ण झा, मो अकील अंजुम, उपेंद्र यादव, रणधीर सेन,मो अब्दुल दैयाम हासिम, मो शकील, सुनील कुमार झा,सुनील कुमार झा,अविनाश झा, बिनोद कुमार झा, सुरेंद्र कुमार महतो, आनंद कुमार झा, वीरेंद्र कुमार झा, अनिल कुमार अनील, मो शकील अख्तर, नबल किशोर झा,मो सबीर, मिथिलेश कुमार झा, मुकेश कुमार झा पपू, पवन कुमार यादव,कौशल किशोर चौधरी,विवेकानंद झा,कालिशचंद्र झा, नित्यानंद झा,जय कुमार झा,सुरेंद्र मिश्रा,प्रफुल्ल चन्द्र झा, विदेश चौधरी आलोक कुमार झा,राजू झा, राजीव शेखर झा,सतेंद्र पासवान, सीतेश पासवान, ऋषिदेव सिंह, प्रो इश्तियाक अहमद, उदय कांत झा लालन, कपिलदेव साह,आदि सैकड़ों की संख्याओं में कार्यकर्ता थे।