कार्य मे शिथिलता एवं लापरवाही को लेकर सीओ जयनगर,अंधराठाढ़ी एवं बाबूबरही से डीएम ने पूछा स्पष्टीकरण
सीओ के साथ बैठक करते डीएम
मधुबनी
जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला राजस्व समन्वय समिति एवं आंतरिक संसाधन से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई।समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में दाखिल खारिज का डिजिटाइजेशन जिला प्रशासन की वरीयता सूची में शामिल है। उन्होंने कहा कि पंचायत के कैंप से लेकर जिला स्तर पर आयोजित होने वाले जनता दरबार में सबसे अधिक मामले भूमि विवाद से जुड़े होते हैं। ऐसा देखा गया है कि पूर्व के वर्षों में बहुत सी रैयती भूमि को सरकारी भूमि की सूची में डाल दिया गया था, जिससे निजी जमीन मालिकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकार का निर्देश है कि ऐसे सभी निजी भूमि को चिन्हित करते हुए, उसे रोक सूची से हटा दिया जाए। ताकि, आम लोगों को राहत पंहुचाई जा सके।
उन्होंने पंचायत सरकार भवन, आपूर्ति श्रृंखला के निमित्त भवन निर्माण सहित महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए भूमि चयन कर जिला को प्रतिवेदीत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उनके द्वारा जिले के विभिन्न अंचलों में सामुदायिक भवन निर्माण और कब्रिस्तान निर्माण की समीक्षा भी की गई। जिलाधिकारी ने कार्य मे शिथिलता एवं लापरवाही को लेकर सीओ जयनगर,अंधराठाढ़ी , बाबूबरही से पूछा स्पष्टीकरण भी पूछा। उन्होंने लगान वसूली की समीक्षा के क्रम में लगान वसूली कार्य में तेजी लाने का निर्देश भी दिया।जिलाधिकारी ने बस स्टैंड, आईबी कार्यालय, एलआईसी ऑफिस और बैडमिंटन कोर्ट के निर्माण के लिए भूमि चयन के बारे में हुई प्रगति की जानकारी भी ली और* आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही विभिन्न कार्यालयों में नीलामपत्र वाद की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक के दौरान खनन विभाग, विद्युत विभाग, नगर निगम द्वारा वार्षिक कर संग्रह की समीक्षा भी की गई। उक्त बैठक में अपर समाहर्ता नरेश झा, डीपीआरओ परिमल कुमार, प्रभारी, जिला राजस्व शाखा, राकेश कुमार, प्रभारी, जिला स्थापना शाखा, वंदना कुमारी, गोपनीय प्रभारी , सभी अंचल अधिकारी, सभी राजस्व पदाधिकारी सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।