नौ दिवसीय नवाह यज्ञ का सातवा दिन में सम्पूर्ण ग्राम भक्ति भाव में लीन
आकर्षक रूप में सजाया गया देव
कलुआही
बेलाही ग्राम में मैथिल मोहन रामायण संगकीर्तन मंडली द्वारा आयोजित ब्रम्ह स्थान सह महावीर जी स्थान में प्रत्येक वर्ष के भांति ईस वर्ष भी नौ दिवसीय नवाह यज्ञ हर्षो उल्लास के साथ महामंत्र हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे के नौ दिन नौ रात्री के आरंभ है। बता दें कि यह कार्यक्रम बेलाही में वर्षो से होता आ रहा है। सबसे बरी खासियत यह है कि आज के समय में भी ग्रामीण स्वयं नौ दिवसीय कीर्तन दो घंटे दिन और दो घंटे रात्रि के समय शारणी बनाकर काफी उत्साह के साथ किया जाता है।
आयोजित समिति के अध्यक्ष श्री तारानंद झा, आशीष ठाकुर, बुद्धिनाथ झा फोऊजी , कलाधर झा एवं पूर्व मुखिया अजय कुमार झा ने बताया कि 1952 ई.मे कार्तिक शुक्ल पक्ष त्रयोदशी तिथि विद्यापति की पुण्य स्मृति में पहली बार नौ दिवसीय नवाह नामधून संगकीर्तन का आयोजन किया गया था तब से अनवरत प्रत्येक वर्ष इसका आयोजन किया जाता है। जिसमे भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में प्रवासी ग्रामीण का गांव में आगमन होता है। इस महायज्ञ में आस परोस के ग्रामीण अपने कीर्तन मंडली के टोली को लेकर प्रत्येक दिन कीर्तन कर अपना सहयोग करते आ रहे हैं।
पुरे नौ दिन उक्त गाउ सहित आस परोस के गांव भक्तिमय मे लीन रहते हैं। जिस जगह पर आज ये ब्रम्हस्थान सह महावीर जी स्थान के नाम से जाना जाता है यहां शमशान हुवा करता है जिसे गाउ के किसी साधक ने कठोर साधना कर सिद्धि प्राप्त किया था। जिस जगह पर आज नवाह मंडप बनाया गया है, जिसे प्रत्येक वर्ष भव्यता प्रदान किया जाता है।