आक्रोशित किसानों ने कहा कि जल्द से जल्द पटवन का व्यवस्था जन प्रतिनिधि या पदाधिकारी नहीं करवाएंगे तो प्रखंड में जोरदार जनआंदोलन हो सकता है
खेत में बर्बाद फसल को देख किसान मायुस।
मधुबनी से मोहन झा
मधुबनी जिले में कम बारिश होने के कारण खेत में लगे फसल पानी के बिना बर्बाद हो रहा है। जिले के सभी प्रखंडों में किसानों की चिंता पानी के लिए बढ़ती जा रही है वही विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने मधुबनी जिला को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग जिला अधिकारी से कर रहे हैं।बासोपट्टी प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत कटैया गांव के किसान धान की फसल पानी बिना बर्बाद होने से परेशान और मायुस हो गए है। उनका लिए जीवन यापन करने का मुल कार्य खेतीबाड़ी करना है।
बताया जा रहा है कि पटवन के बिना करीब 400 एकड़ जमीन में लगी धान की फसल झूलस गई और खेत में दरारें पड़ गई है। यहां के किसानों का कहना है कि किसान व खेतीबाड़ी के प्रति इलाके की जनप्रतिनिधि उदासीन है। जबकि गांव के पास से प्रसिद्ध बछराजा नदी व कमला नहर बहती है। किसान गोपाल यादव ने बताया कि इतने जमीन में धान की फसल लगाने में करीब पचास लाख रुपए की खर्च की गई है, जो बर्बाद हो गई है। राम गुलेश चौधरी, गोपाल यादव, रूपेश कुमार, मोहन साफी, अशोक यादव, दिनेश चौधरी, शत्रुघ्न चौधरी समेत अन्य लोगों ने बताया कि पानी कि समुचित व्यवस्था के लिए अगर बछराजा नदी में बांध देने में यहां के जनप्रतिनिधि पहल करते तो खेत में धान की फसल अच्छी हो जाती, लेकिन मंसुबे पर पानी फिर गया। कई लोगों ने तो बताया कि कर्ज उधार लेकर खेत में धान की फसल लगाए थे और मन में विचारे थे की फसल अच्छी होने पर फसल बेचकर शादी विवाह समेत अन्य तरह का कार्य करने का आशा मन में संजोए हुए थे। सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल रही है, जिससे परेशानी हो रही है। आक्रोशित किसानों ने कहा कि जल्द से जल्द पटवन का व्यवस्था जन प्रतिनिधि या पदाधिकारी नहीं करवाएंगे तो प्रखंड में जोरदार जनआंदोलन हो सकता है