भारत का महावाणिज्य दूतावास (वीरगंज) के तत्वावधान में भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य मे संगोष्ठी का आयोजन
नेपाल के मधेश प्रदेश के पर्यटन मंत्री, शत्रुघ्न महतो मंच पर बैठे अधिकारीगण दोनों देशों के
मधुबनी से मोहन झा
नेपाल के मधेश प्रदेश और भारत के बिहार में पर्यटन की समस्याओं और संभावनाओं पर आधारित
एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन वेलकम होटल, जनकपुर, नेपाल में संपन्न हुआ। जिसका शुभारंभ नेपाल के मधेश प्रदेश के पर्यटन मंत्री, शत्रुघ्न महतो ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। गौरतलब हो कि भारत का महावाणिज्य दूतावास (वीरगंज) के तत्वावधान में भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में इस संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन की संभावनाओं को टटोला जा सके,साथ इस दिशा में उत्पन्न समस्याओं को रेखांकित किया जा सके।
जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के निर्देश से इस संगोष्ठी में शामिल होने अनुमंडल पदाधिकारी, जयनगर, श्रीमती बेबी कुमारी के नेतृत्व में विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, मधुबनी, अमेत विक्रम बैनामी, अर्वाचीन मिथिला कला, की अध्यक्षा, श्रीमती प्रीति कुमारी, जिला ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष, मुन्ना ठाकुर, डी जी होटल के प्रोपराइटर, राहुल कुमार, जयनगर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अखिलेश्वर सिंह का दल इस आयोजन में शामिल हुआ। बताते चलें कि इस संगोष्ठी में मधुबनी सहित बिहार के पांच जिलों के प्रतिनिधियों को हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। जिनमें सुपौल, सीतामढ़ी , पूर्वी चंपारण और पश्चिम चंपारण शामिल हैं। इस संगोष्ठी के अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी, जयनगर श्रीमती बेबी कुमारी ने मधुबनी जिले में पर्यटन की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला और कहा कि दोनों हो क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों की पहचान कर वहां पर्यटन अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जाना चाहिए। पर्यटन स्थलों के बारे में लोगों को सहज जानकारी उपलब्ध हो इसके लिए इंटरनेट तकनीक का सहारा भी लिया जाना चाहिए। उन्होंने मधुबनी पेंटिंग को समर्पित कला दीर्घा की नेपाल में स्थापना और नेपाल की लोक संस्कृति पर आधारित केंद्र के मधुबनी में स्थापना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे एक देश के पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को दूसरे देश में घूमने को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने इस विचार को मूर्त रुप प्रदान करने के परिप्रेक्ष्य में साझा मंच बनाए जाने पर भी बल दिया।
जिले की विश्वविख्ताय मधुबनी पेंटिंग पर बोलते हुए अर्वाचीन मिथिला कला की अध्यक्षा श्रीमती प्रीति कुमारी ने कहा कि जिले में वैदिक, धार्मिक, आध्यात्मिक और लोक सांस्कृतिक क्षेत्र को दृष्टिगत रखते हुए पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि विशेष कर मधुबनी पेंटिंग मिथिला की महान गौरव गाथा का अभिन्न अंग है। आज जिले में पचार हजार से अधिक कलाकार समर्पित भाव से कला से जुड़े हुए हैं। यह पेंटिंग न केवल सौंदर्य और स्वच्छता की भावना को बढ़ावा देने में प्रभावकारी है, बल्कि स्वरोजगार का भी उत्तम विकल्प है। आज जिले के कलाकारों की कला यात्रा को देखने नेपाल के पर्यटक भी आते हैं जिन्हें पूरी सुविधा उपलब्ध है।
डीजी होटल के प्रोपराइटर राहुल कुमार ने कहा कि देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिहाज से सभी प्रकार की सुविधाएं उत्तम दर पर उपलब्ध हैं।
जिले के हर क्षेत्र में होटल की श्रृंखला है और नए नए उद्यमियों द्वारा नया होटल भी बनाया जा रहा है। जिला के ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष उमाशंकर ठाकुर ने जिले में अच्छी सड़कों की बात बताई और सभी पर्यटन स्थलों पर आवागमन में मिलने वाली सुविधाओं का जिक्र किया।व्यापारियों के हित में बोलते हुए अखिलेश्वर सिंह ने कहा कि जयनगर सहित पूरे मधुबनी में लोग नेपाल से व्यवसाय को बढ़ते देखना चाहते हैं। उन्होंने विशेषकर कपड़ा व्यवसाय में जिले में उपलब्ध गुणवत्तापूर्ण किस्मों का भी जिक्र किया।कार्यक्रम की समाप्ति पर उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए काउंसोलेट जनरल ऑफ इंडिया, (वीरगंज ) नेपाल, नितेश कुमार ने सभी वक्ताओं को उनके प्रखर विचारों के लिए धन्यवाद दिया और इस सिंपोजियम से उभरे विचारों से क्षेत्र में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प व्यक्त किया।