शिक्षाविद कुमरकांत चौधरी का निधन, शोकाकुल हुआ क्षेत्र और कमतौल चहुटा गांव के लोग,
85 वर्षीय कुमरकांत चौधरी
बेनीपट्टी
मोहन झा
मिथिला के शिक्षाविद 85 वर्षीय कुमरकांत चौधरी का आज सुबह उनके पैतृक गांव चहुटा में निधन हो गया। उनके निधन की खबर जैसे ही गांव क्षेत्र में फैली तो हर जुबान पर दुख और शोक झलकता दिखा, समाज के सभी समुदाय के लोगों के आंख से आंसू बहाने गम रुक नहीं सके। सभी की आखें नम है होना भी जायज है आख़िर गांव ने एक अनमोल सितारा बुद्धजीवी के रूप में खोया है, पहचान ही ऐसी बनाई थी उन्होंने सबके दिलों में की उनकी निधन पर यह सारा गांव रोया है।, हर जुबान से एक ही शब्द निकलता दिखा, ईश्वर आज तेरे दर पर मेरा भगवान जा रहे हैं,उनका ख्याल रखना।
स्वर्गीय कुमरकांत चौधरी शिक्षाविद थे समाज के हर वर्ग में प्रतिष्ठा और सम्मान उन्होंने अंतिम क्षण तक बनाए रखें कमतौल उच्च विद्यालय के बरसो प्रधानाध्यापक के रूप में काज रत रहे उन्होंने समाज के सभी वर्गों के बच्चों को उच्च शिक्षा देने में अपना बहुमूल्य समय दिया जिसके कारण आज भी उनके नाम और गुण की चर्चा हर व्यक्ति के जुबान पर चलता रहा आखिर अंत सत्य है इसीलिए सभी ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए आत्मा की शांति और परिवार को धैर्य रखने की कामना की।