दुर्गा पूजा को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजन के लिए हम सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा:-डीएम, एसपी
डीएम अरविंद कुमार वर्मा, एसपी सुशील कुमार, बेनीपट्टी एसडीओ अशोक कुमार मंडल
मधुबनी से मोहन झा
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में दुर्गा पूजा के सफल और शांतिपूर्ण एवं सौहाद्रपूर्ण वातावरण में मनाने को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित हुई।बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि दुर्गा पूजा के शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में आयोजन के लिए हम सभी को मिलजुलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी आयोजन समितियां जिला प्रशासन द्वारा निर्गत सभी निर्देशों का अनुपालन करे ताकि शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में इसका आयोजन संपन्न किया जा सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी आयोजन समितियां अपने संबंधित थाने से लाइसेंस जरूर रखें और मूर्ति विसर्जन के समय और रूट* के बारे में निर्गत दिशानिर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करें। इससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रायः सभी पूजा आयोजन समितियां 05 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन कर रही हैं। यदि कोई भी आयोजन समिति इसके बाद मूर्ति विसर्जन करती है तो संबंधित थाने को इसकी सूचना अवश्य दें। उनका कहना था कि 09 अक्टूबर को मोहम्मद साहब के जन्मदिवस के अवसर पर और कई स्थानों पर 10 को नगर पंचायत के लिए मतदान का आयोजन होना है। साथ ही 12 अक्टूबर को मतगणना की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। ऐसे में पुलिस प्रशासन की व्यस्तता को देखते हुए विसर्जन की तिथि यदि व05 अक्टूबर के बाद की हो तो इसकी सूचना प्रशासन को अवश्य दें।
बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से पंडाल में प्रवेश एवं निकासी द्वार की व्यस्था अलग अलग की जाए। सभी पूजा पंडालों में फायर सेफ्टी सहित पुलिस प्रशासन का मोबाइल नंबर जगह जगह अंकित करवाए जाएं। ताकि किसी अनहोनी की स्थिति में कोई भी श्रद्धालु पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दे सके। उन्होंने कहा कि डीजे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है। उन्होंने आयोजन समितियों से भी डीजे को बुक न करने को कहा। ताकि, अनावश्यक शोर शराबे से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि सभी पंडालों में ध्वनि विस्तारक यंत्र हों और उसके माध्यम से भीड़ को नियंत्रित करने का काम किया जाए।
पुलिस अधीक्षक ने सीसीटीवी कैमरा के इस्तेमाल को बहुत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इससे असामाजिक तत्वों पर प्रभावी तरीके से काबू किया जा सकता है। उसनोने कहा कि जगह जगह “सीसीटीवी के निगरानी में हैं” का बोर्ड लगवाया जाए। ताकि उच्चकों को समझ आ जाए कि उसकी हर गलती पकड़ी जाएगी। उन्होंने दुर्गा पूजा जैसे आध्यात्मिक धार्मिक मौके पर अश्लील डांस के आयोजन को शर्मसार करने वाला काम बताया। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से कहा कि अन्य जिलों से इस तरह के आयोजन से उस जिले का नाम खराब होता है।
ऐसे में यदि मधुबनी में कहीं भी इस प्रकार के आयोजन की खबर हो तो पुलिस को अवश्य सूचित किया जाए।उन्होंने पूजा के दौरान अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी अफवाह को प्रसारित करने में सहयोगी न बनने की सलाह देते हुए कहा कि इस प्रकार के किसी अफवाह की सूचना संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को अवश्य दें। उन्होंने रेलवे ट्रैक और नेशनल हाईवे पर होने वाले भीड़ भाड़ की रोकथाम से संबंधित निर्देश भी दिए हैं।बैठक के दौरान जिले भर से आए शांति समिति के सदस्यों से सुझाव भी लिए गए। जिसमें कई प्रकार के सुझाव प्राप्त हुए। जिसमें मेले के आयोजन में भीड़ भाड़ को नियंत्रित किए जाने के लिए पुलिस बल प्रतिनियुक्ति करने, सामूहिक विसर्जन स्थलों पर पर्याप्त पुलिस बल और प्रकाश की व्यवस्था करने, विसर्जन के मार्ग को दुरुस्त करने, गस्ती बढ़ाने आदि के सुझाव प्राप्त हुए।उक्त अवसर पर उपस्थित लोगों में विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, अमेत विक्रम बैनामी, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, अश्वनी कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी जयनगर, बेबी कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी, बेनीपट्टी, अशोक कुमार मंडल, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुख्यालय प्रभाकर तिवारी, सहित अन्य अनुमंडलों के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी व शांति समिति के सदस्य के रूप में विष्णुदेव भंडारी, मो शाहजहां, गगन कुमार मिश्रा, अजय कुमार मिश्रा, मो गिलानी, पवन कुमार यादव, दीपशिखा, मलमली, इस्तियाक अहमद, रंजन कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।