सहकारिता और मत्स्य उत्पादन में भारत के तेजी से बढ़ते कदम : नेहा झा
बेनीपट्टी
मोहन झा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ नेहा झा ने कहा है कि सहकारिता और मत्स्य उत्पादन में भारत के तेजी से दुनिया में बढ़ते कदम से दो वर्षों में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना ने मछली पालन के क्षेत्र में उत्पादन से लेकर निर्यात तक को बढ़ाने में योगदान किया है साथ ही मछुआरों का आर्थिक सशक्तिकरण भी हुआ है। मछुआरों के समग्र विकास के लिए 20,050 करोड़ रुपये निवेश किए गए है, इस योजना से अब तक 16 लाख से अधिक मछुआरे लाभान्वित हुए है और 27.51 लाख मछुआरों को 5 लाख रुपये तक का बीमा इस योजना के तहत दिए जा रहे है।
नेहा झा ने कहा है कि जहाँ विश्वभर में डेयरी उद्योग में दुग्ध उत्पादों से मुनाफे का सिर्फ 40-50% पैसा ही किसानों को मिल पाता है वहीं भारत में डेयरी सहकारिताएं उपभोक्ता मूल्य का 75%से अधिक रिटर्न दुग्ध उत्पादन करने वाले किसानों के बैंक खाते में जमा करती हैं, यह भारत के सहकारिता मॉडल की बड़ी उपलब्धि है।
लंपी चर्म रोग हमारे मवेशियों के लिए खतरा बना हुआ है। मा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सरकार ने उनके जीवन की रक्षा के लिए स्वदेशी रूप से इस बीमारी का टीका बनाया है। 2025 तक सभी डेयरी पशुओं को पैर और मुंह की बीमारी का टीकाकरण प्रदान किया जाएगा। श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में गत 8 साल में भारत 11वीं अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। और मुझे पूर्ण विश्वास है कि जल्द ही हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेंगे, जिसमें सहकारिता क्षेत्र बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।