सरकार न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर होते हुए मधुबनी जिले के समावेशी विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है::–प्रभारी मंत्री लेशी सिंह

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हर्षोउल्लास एवं उत्सव के वातावरण में मनाया गया 76 वां गणतंत्र दिवस समारोह
ध्वज को सलामी देते मंत्री और जिलाधिकारी
मधुबनी
सम्पूर्ण जिले में पूरे हर्षोउल्लास एवं उत्सव के वातावरण में 76 वां गणतंत्र दिवस मनाया गया।  मंत्री खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग सह प्रभारी मंत्री मधुबनी जिला श्रीमती लेशी सिंह ने वॉटसन स्कूल में आयोजित मुख्य समारोह में झंडोत्तोलन किया।  मंत्री ने अपने संबोधन में कहा की  सरकार न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है एवं बिहार के समावेशी विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि जहां तक मधुबनी जिले की बात की जाए तो अपना जिला प्रदेश के उन तमाम जिलों में शुमार होता है जहां विकास की अनेकों संभावनाएं एवं चुनौतियां दोनों ही मौजूद हैं।उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए अपार हर्ष हो रहा है की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए मधुबनी जिला भी निरंतर विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।उन्होंने जिले में चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जिला प्रशासन जिले के श्रमिकों के कल्याण के लिए सतत् प्रयत्नशील है। आज जिले के 51 हजार 207 श्रमिक बिहार भवन एवं अन्य सन् निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से निबंधित हैं। वर्ष 2024/25 में 01 हजार 6 सौ 14 निबंधित निर्माण श्रमिकों के बीच कुल 6 करोड़ 78 लाख 81 हजार रुपए का भुगतान खाते के माध्यम से किया जा चुका है।
जिले को सुंदर, हरित और स्वच्छ बनाने तथा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों से कारगर ढंग से निपटने के उद्देश्य से जिले में “जल जीवन हरियाली अभियान” सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत 5 एकड़ से बड़े 32 तालाबों, 5 एकड़ से छोटे 5 सौ 74 तालाबों, 509 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्वार, 5 हजार 5 सौ 92 सोखता का निर्माण, जल संग्रहण के उद्देश्य से 52 चेक डैम का निर्माण, 430 रैन वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण कराया जा चुका है। जिले में पौधशालाओं के सृजन और सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने पर पर्याप्त बल दिया जा रहा है।
जिले में शिक्षा के विकास के मद्देनजर सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2024/25 में अब तक मुख्यमंत्री बालक/बालिका प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री मेघावृति योजना के अंतर्गत कुल 67 करोड़ 03 लाख 38 हजार रुपए खर्च किए गए हैं।उन्होंने कहा कि आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि बीपीएससी द्वारा टी आर ई एक एवं टी आर ई दो के अंतर्गत जिले के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को कुल 4 हजार 3 सौ 50 नए शिक्षक और प्रारंभिक स्कूलों को 1 हजार 2 सौ 47 नए शिक्षक मिले हैं। टी आर ई तीन के तहत काउंसलिंग की प्रक्रिया जारी है। वहीं, सक्षमता फेज एक के तहत कुल 4 हजार 7 सौ 20 शिक्षक अब विशिष्ट शिक्षक के रूप में राज्यकर्मी बन गए हैं। सक्षमता के दूसरे फेज की काउंसलिंग की प्रक्रिया अभी चल रही है।
जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 25 करोड़ की लागत से बना मॉडल अस्पताल अब सक्रिय रूप से काम कर रहा है। जिले में बाल हृदय योजना के अंतर्गत जन्मजात हृदय रोग से ग्रसित कुल 103 बच्चों को इस वित्तीय वर्ष में निशुल्क एवं सफलतापूर्वक ऑपरेशन कराया जा चुका है। बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाव हेतु नियमित टीकाकरण का कार्य लगातार जारी है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने हेतु जननी बाल सुरक्षा योजना चलाई जा रही है एवं सभी लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। जिले में एनीमिया मुक्त भारत और ई टेलीमेडिसिन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रयास हो रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मधुबनी जिले में कुल 14 लाख 87 हजार 317 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं तथा इस से 63 हजार 820 व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं। इस योजना के अंतर्गत जिले के कुल 23 सरकारी अस्पताल एवं 20 निजी नर्सिंग अस्पताल सूचीबद्ध हैं। “आयुष्मान वय वंदन योजना” के तहत 3 हजार 908 आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। जिसमें 70 वर्ष अथवा इससे अधिक उम्र के नागरिक पात्र लाभार्थी होते हैं।
जिले में किसानों के हित में कृषि विभाग द्वारा कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना जिले के 3 लाख 25 हजार 4 सौ 83 किसान लाभान्वित हो रहे हैं। डीजल अनुदान के अंतर्गत धान फसल की सिंचाई हेतु 34 हजार 3 सौ 42 किसानों में 5 करोड़ 90 लाख 10 हजार 71 रुपए अनुदान के रूप में डीबीटी के माध्यम से सीधे बैंक खातों में भेजे गए हैं। फसल क्षति योजना के तहत जिले के मधेपुर प्रखंड के 9 पंचायतों में बाढ़ से हुई फसल क्षति को देखते हुए 01 हजार 9 सौ 72 किसानों के बीच 01 करोड़ 7 लाख 90 हजार 64 रुपए कृषि  इनपुट अनुदान के रूप में प्रदान किए गए हैं। आज जिले में जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है और मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण, बीज वितरण और बहु स्तरीय खेती, सुपर सीड से बुआई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिले के सौराठ ग्राम में कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार सरकार द्वारा मिथिला चित्रकला संस्थान सुचारू संचालित है। इन दिनों इसमें 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स और 3 वर्षों का डिग्री कोर्स चल रहे हैं। यह संस्थान मधुबनी चित्रकला को नई ऊंचाइयां प्रदान करने और जिले के कलाकारों को बढ़ावा देने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा किजिले के अररिया संग्राम में बना मिथिला हाट देश और दुनिया के लोगों को आकर्षित कर रहा है। यहां स्थानीय लोक चित्रकला के साथ-साथ लोक संगीत और व्यंजनों को लेकर भी खूब आकर्षण देखा जा रहा है। 15 एकड़ में फैले मिथिला हाट के अंतर्गत ओपन एयर थियेटर, शिकारा और रिसॉर्ट लोगों को लुभा रहे हैं और जिले में पर्यटन में रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं।
जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत 1 जनवरी 2024 से अगले 5 सालों तक लाभुकों को निशुल्क खाद्यान्न वितरण किया जाना है। इस योजना के तहत पूर्विकता प्राप्त लाभुकों को प्रति लाभुक 2 किलोग्राम गेहूं एवं 3 किलोग्राम चावल तथा अंत्योदय श्रेणी के परिवारों को प्रति परिवार 14 किलोग्राम गेहूं एवं 21 किलोग्राम चावल मुहैया कराया जा रहा है। जिले में अब तक 9 लाख 5 हजार 3 सौ 67 राशन कार्ड निर्गत किया जा चुके हैं।
जीविका जिले के सभी 21 प्रखंडों मैं सफलतापूर्वक कार्य कर रही है। इससे आज 6 लाख से ज्यादा परिवार 50 हजार 6 सौ 71 स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आच्छादित  हैं। मधुबनी चित्रकारी और सिकी क्राफ्ट जैसे हस्त उत्पादक कार्यों पर आधारित 13 उत्पादक समूहों का निर्माण किया गया है। आज जिले भर में लगभग 2 लाख उद्यमी माइक्रो इंटरप्राइजेज से, 2 लाख 6 हजार उद्यमी कृषि कार्य से और 29 हजार गाय पालन से, 9 हजार बकरी पालन से एवं अन्य लघु तथा कुटीर उद्योगों से जुड़े हुए हैं। जिले में कुल 07 “दीदी की रसोई” सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है। जीविका के माध्यम से सतत जीवकोपार्जन योजना का लाभ गरीब एवं अत्यंत गरीब परिवारों को प्रदान किया जा रहा है।
 जिले के अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तत्पर है। मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024/25 में इंटर में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण कुल 2 हजार 3 सौ 12 अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र/ छात्राओं को 15 हजार की दर से कुल 3 करोड़ 14 लाख 45 हजार रुपए की राशि लाभुकों के खातों में सीधे डीबीटी के माध्यम से भेजे गए हैं।अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण मद में वित्तीय वर्ष 2024/25 में कुल 2 करोड़ 49 लाख 28 हजार 3 सौ 32 रुपए व्यय किए जा चुके हैं। इसके अंतर्गत रामनगर, सदर मधुबनी और बलिराजपुर में तीन आवासीय विद्यालय और आर के कॉलेज मधुबनी के समीप एक राजकीय आंबेडकर कल्याण छात्रावास भी संचालित है।आर्थिक हल, युवाओं को बल :बिहार के युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु “बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना” चलाई जा रही है। इसके अंतर्गत जिले के युवाओं के 12 हजार 9 सौ 49 आवेदनों को स्वीकृत करते हुए 2 अरब 22 करोड़ 39 लाख 74 हजार 852 रुपए का भुगतान किया गया है। “मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना” के अंतर्गत अब तक 20 हजार 4 सौ 31 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत युवाओं को कंप्यूटर, हिंदी/अंग्रेजी भाषा संवाद कौशल का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। इसके लिए आज मधुबनी जिले में कुल 60 कौशल विकास केंद्र संचालित हैं।
जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग एवं सामाजिक सुरक्षा कोषांग के द्वारा जिले में कई जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें ट्राईसाइकिल वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत सबल योजना के तहत कुल 153 सहायक उपकरण, 187 बैटरी चलित ट्राई साइकिलों को दिव्यागजनों के बीच निःशुल्क वितरित किया गया है। पेंशन योजना से जिले के 5 लाख 48 हजार 9 सौ 13 लाभुक लाभान्वित हो रहे हैं। इस वर्ष कुल 2 हजार 8 सौ 67 कम्बल, 1 हजार 2 सौ 24 साड़ीया और 1 हजार 6 सौ धोतियां योग्य लाभुकों के बीच वितरित की गई हैं
बाल विकास परियोजना के अंतर्गत 3 से 6 वर्ष के बालक एवं बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास हेतु जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्कूल पूर्व शिक्षा का संचालन किया जा रहा है। यहां स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से शून्य से 6 वर्ष के बच्चों, गर्भवती माताओं एवं किशोरी बालिकाओं को रोग प्रतिरोधक टीका लगाने का काम नियमित रूप से जारी है। 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों एवं गर्भवती तथा धात्री माता को सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा में पूरक पोषाहार भी उपलब्ध कराया जा रहा है
धान अधिप्राप्ति वर्ष 2024/25 में जिले के 6 हजार 3 सौ 6 रैयत एवं गैर रैयत किसानों से 44 हजार 6 सौ 84 मीट्रिक टन धान की खरीद पैक्स एवं व्यापार मंडलों के माध्यम से की जा चुकी है। धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया अभी जारी है। इनसे संबंधित किसानों में 96 करोड़ 27 लाख की राशि का भुगतान किया जा चुका है। मुख्यमंत्री हरित कृषि संयंत्र योजना के तहत जिले में कुल 122 चयनित पैक्सो को 17 करोड़ 24 लाख रुपए मूल्य के 737 कृषि यंत्र उपलब्ध कराए गए हैं। जिले में सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन और पैक्स कंप्यूटराइजेशन योजना पर तेजी से काम हो रहा है।उन्होंने कहा कि अभी भी मधुबनी जिला के प्रगति की राह पर मिलो आगे बढ़ाना है मुझे पूर्ण विश्वास है कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के मार्गदर्शन, जिला प्रशासन के प्रयास तथा आप समस्त जिला वासियों के सहयोग से मधुबनी जिला सामाजिक सौहार्द शांतिपूर्ण एवं विधि व्यवस्था के वातावरण में प्रगति की राह पर सदैव अग्रसर रहेगा। इस शुभ अवसर पर आप सभी से अपील है कि जिले के आर्थिक रूप से सबल तथा सामाजिक एवं नैतिक रूप से सशक्त बनाने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं। उक्त अवसर पर जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार, डीडीसी दीपेश कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष, श्रीमती बिंदु गुलाब यादव, अपर समाहर्ता, शैलेश कुमार,अपर समाहर्ता आपदा संतोष कुमार, नगर निगम मधुबनी के मेयर, अरुण राय, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर, अश्वनी कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, परिमल कुमार,  सहित सभी वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। मंच का संचालन डॉ अभिषेक कुमार ने किया।

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