कांग्रेस ने एम्स के शिलान्यास की घोषणा पर भाजपा पर किया कटाक्ष , मोदी नहीं नीतीश को एम्स का श्रेय
जानकारी देते नेताओ
मधुबनी
बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव वरिष्ट कृष्ण कांत झा गुड्डू ने आलोचनात्मक अन्दाज़ में में प्रेस को किया संबोधित कहा कि जिस एम्स के बनने की घोषणा माननीय प्रधानमंत्री 12 अगस्त 2023 में पश्चिम बंगाल में भाजपा पंचायती परिषद् को संबोधित करते हुये कह चुके है ।बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुये प्रधान मंत्री ने कहा था कि हमने ,असाम के गोहाटी,पश्चिम बंगाल के कल्याणी,झारखंड के देवघर और दरभंगा में एम्स जैसी सौगात दी है । जिससे लोंगो को स्वास्थ की बेहतर सुबिधा के लिये अब लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी जो सरासर खोखला झूठ था ।इसका प्रस्ताव 2020 में ही बिहार सरकार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा भेजा गया था । उस समय भी यहाँ एनडीए की ही सरकार थी और मंगल पाण्डे राज्य में स्वास्थ मन्त्री थे ।केंद्र सरकार के स्वास्थ सचिव राजेश भूषण ने बिहार सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा कि जिस ज़मीन का प्रस्ताव आया है वो ज़मीन व जगह दोनों अनउपयुक्त है । श्री झा ने कहा की नीति और नीयत दोनों पर सवाल उठता है ये भाजपा वाले जिसके साथ रहते उसका भी साथ नहीं देते मतलब सीधा है की ऐसा कोई सगा नहीं जिसको इन्होंने ठगा नहीं ये इसलिए हुआ था की कहीं ये एम्स का श्रेय प्रधानमन्त्री और भाजपा की बजाय नीतीश कुमार को ना चली जाये ।कुछ दिन के लिये जब नीतीश कुमार भाजपा के चंगुल से आज़ाद हुये और महागठबंधन की सरकार बनी तो उस समय भी “151”एकड़ भूमि की प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया था जो ठंडे वस्ते में पड़ा रहा। अब अचानक ही तैयार हॉस्पिटल का शिलान्यास हंसी का विषय नहीं है क्या ।इनके वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा भी तमिलनाडु के मदुरे में एम्स बनने की बात बोल चुके हैं जहां ज़मीन में पानी भरा है ।और ज़मीन अधिग्रहण तक की कोई सूचनानहीं । प्रधानमन्त्री के इस झूठे व्यान की निंदा नीतीश कुमार भी ख़ुद कर चुके हैं और अब साथ में शिलान्यास करेंगे जो अकल्पनीय दृश्य होगा ।सीधी बात है इनके कथनी और करनी में कोई ताल मेल नहीं है ।पाँच साल बाद इन्हें बिहार की याद आई है ।क्योकि दो रस्ज्यों में चुनाव है और बिहार में उप चुनाव है ।सामने विधानसभा चुनाव है । मोदी जी उप चुनाव को संबोधित कर सिर्फ़ घोषणाओं की छड़ी दिखा बिहार वासियों को ठगने आ रहे हैं । बिहार अब नहीं फँसेगा में भाजपा और उनके गठबंधन के साथियों से पूछना चाहता हूँ । जब आपके विकास की गति इतनी तीव्र है तो बँटोगे तो कटोगे ,एक हैं तो सैफ़ हैं की ज़रूरत क्यों पड़रही हैं ।ये आने वाले हार की आहट का डर है या अपनी ही पार्टी के टूटने का ख़तरा ।मोदी जी बिहार में अपराध और शराब से मरने वालों पर भी बोलें ये हमारा आग्रह ।उनके साथ वरिष्ट साहित्यकार प्रो जे पी सिंह प्रो इस्तियाक़ प्रो अनिल कुमार झा ,सुनील कुमार झा ,रंजन झा ,शैवाल कांत सिंह ,विभाकर झा ,अंकित झा , मुकेश झा ,,आलोक झा ,मो मंज़ूर ,मो अनवर ,राजेंद्र यादव ,शशीधर झा ,अरुण कुमार झा ,सच्चिदानंद झा ,प्रो ,शैलेंद्र झा ,छत्रधर झा ,आलोक झा आदि लोग मोजूद थे ।