अयाची डीह में अयाची शंकर महोत्सव का भव्य आयोजन : अमरनाथ प्रसाद
उद्घाटन करते
मधुबनी
सरीसवपाही के ऐतिहासिक स्थल अयाची डीह पर आयोजित अयाची-शंकर महोत्सव का उद्घाटन संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ब्रजेश त्रिपाठी, डॉ. उदय नाथ झा अशोक, एमएलसी घनश्याम ठाकुर, प्रदेश भाजपा नेता एवं प्रसिद्ध स्वर्ण व्यवसायी अमरनाथ प्रसाद, नगर निगम के मेयर अरुण राय, डॉ. नारायण झा, डॉ. भारती मेहता, जीप सदस्य पिंटू मिश्रा, फूले भंडारी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस महोत्सव का उद्देश्य केवल सांस्कृतिक आयोजन नहीं था, बल्कि ऐतिहासिक स्थलों, जल और संस्कृति के संरक्षण की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।प्रो. ब्रजेश त्रिपाठी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “अयाची डीह हमारे पूर्वजों की धरोहर है, और इसका संरक्षण हमारी सांस्कृतिक जिम्मेदारी है। जल और संस्कृति का संरक्षण एक-दूसरे के पूरक हैं, और इनके बिना समाज का विकास अधूरा है।”अमरनाथ प्रसाद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, ऐसे आयोजन हमें हमारी संस्कृति की जड़ों से जोड़ते हैं। अयाची डीह केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। इसे बचाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।” उन्होंने अयाची शंकर मिश्रा को समाज का महान विभूति बताते हुए कहा कि वे कुशल कवि, लेखक, वक्ता और समाजसेवी थे।एमएलसी घनश्याम ठाकुर ने अपने वक्तव्य में कहा, “जल और संस्कृति हमारी सभ्यता की नींव हैं। अयाची डीह जैसे स्थलों का संरक्षण न केवल हमारी संस्कृति को जीवित रखने का माध्यम है, बल्कि यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।इस अवसर पर झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे और उन्होंने इस महोत्सव को सामाजिक और सांस्कृतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया । कार्यक्रम में लोक नृत्य, गायन और नाटकों जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी दी गईं, जिनमें समाज के विभिन्न वर्गों ने भाग लिया। इस आयोजन को क्षेत्र में सांस्कृतिक जागरूकता का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।