संदेहास्पद स्थिति में मां-बेटी की मौत, डीएसपी, सर्किल इंस्पेक्टर समेत एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का किया जांच,
खुटौना।
खुटौना थाना क्षेत्र के परसाही पूर्वी पंचायत अंतर्गत मुरारपट्टी गांव के वार्ड 3 में शुक्रवार की देर रात स्थानीय निवासी कृष्ण कुमार राय की 40 वर्षीया पत्नी मंजू देवी एवं 10 वर्षीया पुत्री आरती कुमारी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार मृतका के पति 13 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार के साथ दिल्ली में मजदूरी करते हैं। मृतका मंजू देवी अपने चार बच्चों में से दो बेटी व एक 6 वर्षीय बेटे के साथ घर में रहती थी। मृतका के पड़ोसी व रिश्तेदार शांति देवी ने बताया कि रोजमर्रा की तरह बीते रात खाना खाकर अपने तीन बच्चों के साथ घर में रखे पलंग पर सो रही थी की देर रात 11 बजे पेट में तेज दर्द हुआ। जब दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ तो फोन कर अपने बहन व रिश्तेदारों को बुलाई। जिसके बाद दर्द के तेज होते ही स्वजनों ने ग्रामीण चिकित्सक कुमार को बुलाया। तेज दर्द के साथ ही मुंह से झाग निकलने पर झाड़-फूंक की सलाह देते हुए ओझा को बुलाने की बात कही गई। ओझा के आने के बाद भी जब बात नहीं बनी तो दोनों मां बेटी को खुटौना सीएचसी ले जाया गया जहां ग्रामीणों के मुताबिक सीएचसी में भर्ती नहीं लिया गया तो खुटौना के ही एक निजी क्लीनिक में ले जाया गया। तब तक वक्त रेत की तरह हांथो से निकल गया था। और उसे मृत घोषित कर दिया गया। सर्व प्रथम बेटी ने शनिवार की सुबह तड़प-तड़पकर मां के सामने दम तोड़ दिया तो उसके 30 मिनट बाद ही मां ने भी दम तोड़ दिया। दोनों मां-बेटी की मौत जंगल में लगे आग की तरह चारों ओर फैल गई। और चर्चा का माहौल गर्म हो गया। लोगों में मौत को लेकर तरह-तरह की बातें की जाने लगी जिसमें खाना में जहर की बात से लेकर डायन और सर्पदंश तक की बात कही गई। घटना की सुबह लोगों द्वारा जहर देकर पूरे परिवार को मारने की बात स्थानीय पुलिस को बाताई गई। पुलिस के पंहुचने से पूर्व ही दोनों मां-बेटी ने दम तोड़ दिया था। घटना के बाद फुलपरास एसडीपीओ सुधीर कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर राज कपूर कुशवाहा, थानाध्यक्ष नितीश कुमार समेत अन्य पदाधिकारियों ने पंहुच घटनास्थल का मुआयना किया साथ ही एफएसएल की टीम से सिनियर साइंटिस्ट प्रियंका कुमारी ने घटनास्थल के हर बिंदुओं पर गहनता से जांच की। घटना के बाबत डीएसपी ने प्रथमदृष्टया में विष या जहर की बात कहते हुए कहा पोस्टमार्टम एवं एफएसएल जांच की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। डीएसपी ने खाना में जहर होने की बात को नकारते हुए कहा कि खाना में जहर होता खाना खाकर सोए चारों परिवार की मौत हो सकती थी। परंतु दो बच्चे अभी जीवित है। मामले के छानबीन के उपरांत पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल मधुबनी भेज दिया। मर्माहत करने वाले इस घटना से पूरे गांव सदमे में है। मृतका ने अपने पीछे पति के अलावा 15 वर्षीया सोनी कुमारी, 13 वर्षीय दीपक कुमार तथा 6 वर्षीय आदित्य कुमार को छोड़ गई है। मां के मौत के बाद 6 वर्षीय आदित्य लोगों को देख स्तब्ध है। और मां के लिए रो बिलख रहा है।