तीसरी सोमवारी को लेकर जयनगर से कपिलेश्वर स्थान तक हुआ शिवमय, जल लेकर जलाभिषेक के लिए निकले श्रद्धालु
नदी में जल लेते शद्धालु
जयनगर
तीसरा सोमवारी में जलाभिषेक के लिए हजारों कांवरिया जयनगर कमला नदी से पवित्र जल भरकर रविवार को कपिलेश्वर के लिए प्रस्थान किया। जयनगर नेपाल बॉर्डर से कपिलेश्वर करीब 35 किमी शिवमय हो गया। केसरिया के अलावा रंग बिरंग पोशाकों से लिपटे कांवरियों से पथ पटी रही। क्या महिला क्या पुरुष बच्चे भी अपने कंधे पर कमला की जल बोझ कर हर हर महादेव मंत्र के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक को लेकर अपना कदम आगे की ओर बढ़ाते रहे। पूरे जयनगर पूर्व की तरह सुल्तानगंज में तब्दील हो गई।कमला पुल की पश्चमी छोर पर्णकुटी घाट, पूर्वी छोर बजरंग बली घाट के अलावा अन्य घाट एवं बाजार के चप्पे चप्पे कांवरियों से भरा रहा। बाजार भी कांवरियों के सामानो से सजा रहा। हर साल कि भांति इस साल भी श्रावणी मेला का आयोजन होने के नाते कांवरियों में गजब का उत्साह एवं जोश देखा गया। चारो तरफ हर हर महादेव के गूंज के बीच श्रद्धालु भोलेनाथ की ध्यान में डूबे रहे। सावन की रिमझिम बारिश के बीच कांवरियों के जत्था का रविवार के देर शाम तक जयनगर पहुंचने का सील सिला जारी रहा। 40 हजार से अधिक नेपाली श्रद्धालु भी जयनगर कमला में स्नान ध्यान एवं पूजा अर्चना करके कांवर बोझतें हुए कपिलेश्वर के लिए प्रस्थान किया। नेपाली महिला बम पार्वती देवी, लक्ष्मी देवी, मनोज थापा एवं कृष्णा बम ने बताया की हर साल कि भांति इस साल भी जयनगर से जल भरकर कपिलेश्वर के लिए प्रस्थान किया हूं। कांवरियों में गजब का उत्साह है।जयनगर में कमला नदी से जल लेने के लिए पहुंचे श्रद्धालु। मान्यता है कि श्रद्धालुओं के द्वारा नदी के एक घाट से जल भरने के बाद नदी को पार नहीं किया जाता है। ऐसा करने से जल की पवित्रता कम हो जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए कांवरिया कमला के पश्चमी घाट से जल भरकर 35 किमी दूर कपिलेश्वर के लिए पैदल प्रस्थान करते हैं।ट्रेन, बस व अन्य सवारियों से पहुंचे कांवरियों : शनिवार से ही कांवरिया ट्रेन, बस एवं अन्य सवारियों के माध्यम से जयनगर कमला घाट पहुंचने लगे। सबसे बड़ी बात यह रहा की कांवरियों के आगवन के साथ ही रिमझिम बारिश शुरू हो गया। शाम छः बजे से रविवार सुबह छः बजे तक हजारों कांवरिया जयनगर पहुंचे। कांवरियो के आगवन के साथ ही कमला की जल स्तर में थोड़ा बढ़ोतरी हो गई। जिसजे कारण कांवरियो को जल बोझने में सहूलियत हुआ। वहीं कांवरियों की जबरदस्त भीड़ को देखते हुए प्रशासन अलर्ट रहा। एसडीएम वीरेंद्र कुमार व डीएसपी विप्लव कुमार खुद सुरक्षा व्यवस्था की माॅनीटरिंग कर रहे थे। घाटों पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल की तैनाती थी। किसी प्रकार की गड़बड़ी नही हो इसको लेकर पुलिस भी सादे लिवास में भम्रण करती रही।