बारिश से प्रखंड एवं अंचल कार्यालय हुआ पानी-पानी।
जानकारी लेते बीडीओ
जयनगर
तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। स्थानीय प्रखंड कार्यालय परिसर में जलजमाव से झील का नजारा है। प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में पानी घुस गया है। कार्यालय में पानी घुसने पानी में कुर्सी पर बैठकर कामकाज निपटा रही हैं। पुरा प्रखंड कार्यालय परिसर में पानी प्रवेश कर गया है। जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। आरटीपीएस काउंटर तक पानी चढ़ गया है। अग्नि शमन विभाग कार्यालय के सामने तीन फीट पानी जमा है। जो तालाब की शक्ल में दिखाई दे रहा है। यह पहला मौका नहीं है जब बारिश में प्रखंड कार्यालय परिसर में पानी में पानी प्रवेश कर गया है। कई वर्षों से यह समस्या कायम है।गत वर्ष बरसात के मौसम में डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने प्रखंड कार्यालय परिसर का निरीक्षण किया था। तब उन्होंने जयनगर के अंचलाधिकारी को प्रखंड कार्यालय परिसर में तत्काल मिट्टी भराई का कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया था। एक साल बीत जाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। अधिक बारिश होने पर प्रखंड कार्यालय परिसर में झील का नजारा आम बात है। कार्यालय के उत्तर तरफ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कार्यालय,पश्चिम भारतीय खाद्य निगम का गोदाम कृषि विभाग का कार्यालय व शिक्षा विभाग का कार्यालय है। बाल विकास परियोजना का कार्यालय, प्रखंड प्रमुख का कार्यालय, मनरेगा का कार्यालय, प्रखंड व अंचल कार्यालय में कार्यरत पदाधिकारियों व कर्मियों के आवास हैं। अंचल कार्यालय के बगल में ही फोटो स्टेट व अन्य सामग्रियों की दुकान है। आर टी पी एस कार्यालय के शमन में आधार कार्ड बनता है।यहां सुबह से लेकर शाम तक काफी संख्या में छोटे बच्चे, महिलाएं व बुजुर्गों की भीड़ लगी रहती है। आधार कार्ड बनवाने के लिए लोगों को पानी में चलकर जाना पड़ता है। गत वर्ष बारिश का पानी अनुमंडल पदाधिकारी के आवास में भी घुस गया था। परिसर में घुटने भर जमा होने के बाद उन्होंने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को कड़ी फटकार लगाई थी। नगर पंचायत को जल निकासी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। लेकिन बारिश का पानी अन्य सरकारी आवास में जमा होता है।जिससे उसमें रहने वालों की काफी फजीहत होती है। बरसात में आम आवाम की बात दूर जयनगर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में कार्यरत पदाधिकारी व कर्मियों तक को जलजमाव की समस्या से जूझना पड़ता है। जयनगर प्रखंड बिकास पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि इस समस्या का निदान हेतु रेल एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करके इसका तत्काल अस्थाई निवारण करने के लिए सहमती बनाई जाएगी। और सर्वसम्मति से जो निर्णय लिया जाएगा उसका सूचना वरीय पदाधिकारी को दी जाएगी।