निरोगी रहने के लिए करें योग करे:-एस एस बी
शिविर आयोजित
बेनीपट्टी
सशस्त्र सीमा बल कि 48वीं वाहिनी जयनगर के जयनगर के कमांडेंट गोविन्द सिंह भंडारी के निर्देशानुसार एवं कार्यवाहक कमांडेंट विवेक ओझा के अवलोकन में सशस्त्र सीमा बल के मधवापुर कैंप के संयोजन में बेनीपट्टी स्थित उच्चैठ मंदिर परिसर में मंगलवार को कंपनी कमांडर निरीक्षक ऋषिकेश कुमार और के वाई सी सयोंजक पंकज कुमार झा के नेतृत्व में किया गया । इस योग शिविर का थीम योग करे निरोग रहे रखा गया चन्द्रासन ,भुजंग आसन,सेतु बांध आसन,नमस्कार आसन आदि योगाआसन योग शिविर के प्रशिक्षक के तौर पर सुंदरम कुमार झा देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार के द्वारा कराया गया ।इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी स्थानीय लोगों श्रद्धालु व विद्यार्थियों को योग के प्रति जागरूक देखकर कमांडर ऋषिकेश ने कहा की यहां के युवा काफी ऊर्जावान नजर आ रहे हैं केवाईसी कमान यर क्लब बेहतर तरीके से इस क्षेत्र में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रही है इसके लिए केवाईसी को मैं बधाई देता हूं साथी उन्होंने सभी युवाओं से आवाहन किया कि अपने गांव समाज में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सभी लोग योग के प्रति लोगों को जागरूक करें और निरंतर योग करने के लिए प्रेरित करते रहें योग से सभी कष्ट का निवारण निश्चित है इसी क्रम में केवाईसी के सयोजक पंकज झा ने कहा धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा की मां उच्चैठ बासनी के धरती पर ऐसे ऑफिसर और उनकी की पूरी टीम समाज के लोगों के साथ मिलकर योग के प्रति लोगों को ग्रामीण स्तर पर जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं ।इसके लिए धन्यवाद साथ ही योग प्रशिक्षक सुंदरम ने कहा द अनेकों तरह की योग का लक्ष्य आत्म-अनुभूति, सभी प्रकार के कष्टों से निजात पाना है आसन की परिभाषा : चित्त को स्थिर रखने वाले तथा सुख देने वाले बैठने के प्रकार को आसन कहते हैं। आसन शब्द संस्कृत भाषा के ‘अस’ धातु से बना है जिसके दो अर्थ हैं- पहला है बैठने का स्थान तथा दूसरा शारीरिक अवस्था।योगासनों का मुख्य उद्येश्य : आसनों का मुख्य उद्देश्य शरीर के मल का नाश करना है। शरीर से मल या दूषित विकारों के नष्ट हो जाने से शरीर व मन में स्थिरता का अविर्भाव होता है। शांति और स्वास्थ्य लाभ मिलता है। शरीर ही मन और बुद्धि की सहायता से आत्मा को संसार के बंधनों से योगाभ्यास द्वारा मुक्त कर सकता है। शरीर बृहत्तर ब्रह्मांड का सूक्ष्म रूप है। अत: शरीर के स्वस्थ रहने पर मन और आत्मा में संतोष मिलता है वहीं कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में वार्ड पार्षद रघुनाथ महतो , सहायक उप निरीक्षक प्रभात चंद एवं मनोज कुमार के अलावे अन्य कार्मिक भी मौजूद रहे ।