मिथिला के चर्चित गायक सुनील पवन अब बॉलीवुड में स्थापित हैं।
दरभंगा
मैथिली गायक एवम संगीतकार सुनील पवन अब मुंबई की फिल्म नगरी में स्थापित हो रहे है। अपनी गायकी को लेकर पूरे मिथिलांचल में दर्जनों प्रस्तुतियों को लेकर चर्चा में रहे सुनील अब मुंबई की जानी मानी हस्तियों के चहेते हो गए हैं। इन्ही में माधुरी दीक्षित जैसी प्रतिभावान अदाकारा ने भी इन्हे इनके संगीत संयोजन में कई प्रस्तुतियां दी।सुनील पवन का जन्म 27 मई 1976 को दरभंगा जिले के बोहुरबा गांव में हुआ । वे स्वर्गीय योगेन्द्र मिश्र और श्रीमती बच्चा देवी के पुत्र हैं। अपनी मधुर आवाज़ और गहन संगीत के कारण सुनील पवन ने मिथिला संगीत के क्षेत्र में मिथिला के किशोर से लोकप्रिय हो गए।
सुनील पवन का पहला हिंदी एल्बम ‘मां की पुकार’ और पहला मैथिली एल्बम ‘मैथिली विवाह’ के नाम से प्रसिद्ध हुआ। इसके बाद नबकी-कनिया, ‘पिया जी’, ‘बिजुरिया’, ‘मिथिला में किशोर’, सा ई र छै कमाल’, ‘मिथिला के बेटी’, ‘सजनिया’, ‘मैया रानी’, ‘दुर्गा भजन’, ‘जुल्फी वाली रनिया’, ‘प्रेम रस’, महादेव,भंगीया बौरहबा, ‘भैया के विवाह’ मैया के पुजा, मैईया-रानी जैसे सुपरहिट एल्बम्स का सिलसिला शुरू हुआ। ‘जुल्फी वाली रनिया’ का गीत “कोना के टूटलऊ मोती के हार” चार दशकों तक मिथिला में गूंजता रहा। हाल ही में अति प्रसिद्ध गीत गे परान गे परान भी इन्हीं की रचना है।सुनील पवन को मिथिला रत्न सम्मान। मिथिला बिभुती सम्मान , लोक चेतना मंच प्रशस्ति पत्र, फिल्म इंडिया सम्मान, सिनेमा स्टार सम्मान, राग रंग सम्मान और गांधी स्मृति जैसे कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा जा चुका है। अब तक उन्होंने 1 हजार से अधिक गाने लिखे हैं, जिनमें से कई उन्होंने खुद गाए और कुछ अन्य गायकों से गवाए हैं।
2014 से, पवनजी ने श्री रवींद्र जैन, उदित नारायण झा, शान, कुमार शानू, और कविता कृष्णमूर्ति जैसे प्रसिद्ध बॉलीवुड गायकों के गीत लिखे, संगीत दिया और अपनी आवाज़ मिलाई। डीडी नेशनल से लेकर के 34 टीवी चैनलों के लिए उन्होंने अब तक काम की है । वर्तमान में वे A1 फिल्म्स मुंबई में सुरचित हिंदी सिनेमा और प्रमुखतः क्षेत्रिय भाषाओं की सिनेमा में कार्यरत रहते हैं। उनके 35 वर्षों का अनुभव सरकार 3, सूर्या 2 और तेलुगु, तमिल और कन्नड़ की अनेकों फिल्मों में दिखती है जिनकी तुलना आज बॉलीवुड के ऊंचे ऊंचे प्रॉडक्शन कंपनीयों से होती है। इनका एक हाथ हिंदी में राम गोपाल वर्मा तो दूसरीओर तेलुगु में मोहन बाबू जैसे दिग्गजों से जुड़ा है। माधुरी दीक्षित, सुनील शेट्टी अजय देवगन से लेकर और फिल्म कंपनी सोनी ज़ी सिनेमा सम टी-सीरीज जैसी बड़ी कंपनियों के लिए म्यूजिक का काम करते हैं साथ ही अयोध्या में एक गाना बहुत ही बजा श्री राम हमारे हैं जो इन्ही का गाया हुआ था । अन्नपूर्णा स्तोत्र गणपति स्तोत्र हनुमान चालीसा दुर्गा चालीसा अन्नपूर्णा चालीसा आदि इनके 4000 से अधिक गाने विश्व के सभी कोने में गूंज रहे हैं, मिथिला के सदाबहार गायक अब भारतीय सिनेमा जगत के सदाबहार संगीतकार गायक बन चुके हैं।भारतीय संगीत क्षेत्र के प्रख्यात गायक संगीतकार खुले मुख से उनकी प्रशंसा करते हैं हमें उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं सुनील पवन जी सदा ऐसे अपने नए रचनाओं गीत संगीत की खुशबू सदैव हवाओं में लहराते रहें ।।
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